पटना समेत सभी जिलों में बारिश की संभावना.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में राजधानी समेत प्रदेश में मानसून का प्रभाव अगले गुरुवार तक  बना रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना समेत सभी जिलों में वर्षा होने की संभावना है.मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ बिजली चमकने की चेतावनी भी दी गई है. आज यानी रविवार को पटना समेत कई इलाकों में मेघ गर्जन के साथ झमाझम वर्षा से मौसम सुहाना बना रहेगा. वर्षा के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है. रविवार को पटना व इसके आसपास इलाकों में सुबह से ही आंशिक बादल छाए हुए हैं. शाम पांच बजे के आसपास तेज हवा के प्रवाह के साथ हल्की वर्षा से मौसम सुहाना बन जाएगा.

 

 उत्तर बिहार में अगले चौबीस घंटे में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.तराई के क्षेत्रों खासकर पश्चिम चंपारण में भारी वर्षा हो सकती है. इसके बाद वर्षा की सक्रियता में कमी आएगी. 19 जुलाई तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों में विशेष रूप से तराई के जिलों में कहीं- कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है.पश्चिम चंपारण जिलों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है. जबकि अन्य सभी जिलों के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है. इन जिलों के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है.

 

शुक्रवार की देर शाम से शनिवार तक सूबे के 11 जिलों में वज्रपात से 17 लोगों की मौत हो गई, जिसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. वज्रपात से रोहतास में पांच तथा औरंगाबाद व बक्सर में दो-दो एवं अरवल, किशनगंज, कैमूर, वैशाली, सीवान, पटना, अररिया व सारण में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं.उन्होंने निर्देश दिया कि मृतकों के स्वजन को अविलंब चार-चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान दिया जाए. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें..खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें.

 

तेज बारिश के कारण पूर्व व उत्तर बिहार की नदियों के जलस्तर में वृद्धि तेजी से होने लगी है. पूर्व बिहार में कोसी और सीमांचल की नदियां उफान पर हैं. इस वजह से बिहार-झारखंड के बीच गोड्डा जिला होकर आना-जाना भी मुश्किल हो गया है. बारिश की वजह से सीमावर्ती क्षेत्रों के लगभग 70 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सहरसा में एक दर्जन स्कूलों में पानी घुस चुका है. खगड़िया के संतोष जलद्वार के पास बागमती खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अलौली प्रखंड के उत्तरी बोहरवा गांव में शुक्रवार की रात से शनिवार की सुबह तक सात घर जल में विलीन हो गए.उत्तर बिहार के जिलों में नेपाल में हो रही बारिश का भी असर देखा जा रहा है.

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