बिहार में सामान्य से 76% कम बारिश, किसानों में मचा हाहाकार.

10 जिले में अबतक नहीं हुई बारिश, धान की खेती पर संकट, अब जुलाई में झमाझम बारिश की उम्मीद.

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में पिछले तीन दिनों से आसमान में बादल छाए रहे हैं, लेकिन कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है.बिहार में मानसून की एंट्री तय समय से एक दिन पहले हो गई, सभी जिलों में पहुंच गया है, लेकिन अब तक कहीं भी झमाझम बारिश नहीं हुई है. सीमांचल के जिले किशनगंज को छोड़ दिया जाए तो किसी भी जिले में सामान्य बारिश का कोटा 50% तक पूरा नहीं हुआ है.पटना समेत 22 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से 80 फीसदी कम बारिश हुई है. पूरे प्रदेश में सामान्य से 76 फीसदी कम बारिश हुई है.

 

 कम बारिश का असर खेती पर साफ़ दिखाई दे रहा है.बारिश नहीं होने के कारण किसान  बिचड़ा नहीं डाल पाए.कुछ ने डाला भी तो वह सूखने लगा है.मौसम विज्ञानी के मुताबिक, फिलहाल जून के लास्ट तक तेज बारिश के आसार नहीं हैं. समय से बारिश नहीं हुई तो धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचेगा. मानसून का जोर नहीं पकड़ने का दूसरा बड़ा कारण नमी है. बिहार के उत्तर में बारिश के कारण नमी थी और इससे मानसून का भी प्रभाव शुरुआती दौर में नहीं दिख रहा है. पूरे जून ऐसे ही स्थिति बनी रहेगी.

 

बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय नहीं होने की वजह से 76 फीसदी कम बारिश हुई है. प्रदेश के 10 जिले ऐसे हैं, जहां 90 से 100 फीसदी तक कम बारिश हुई है. सिर्फ किशनगंज ही एक ऐसा जिला है, जहां सामान्य बारिश के कोटे तक पहुंचा है. हालांकि यहां पर भी सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश हुई है.पटना, औरंगाबाद, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, सीवान और वैशाली में 90 से 100 फीसदी कम बारिश हुई है. अरवल, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, जमुई, मधेपुरा, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पूर्वी चंपारण और रोहतास में 80 से 90 फीसदी कम बारिश हुई है.

 

राजधानी पटना में पिछले 3 दिनों से आसमान में काले बादल छाए दिख रहे हैं, लेकिन सिर्फ बूंदाबांदी के बाद कड़ी धूप देखने को मिल रही है. मौसम विभाग के अनुसार आज पटना और इसके आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे. इसके साथ-साथ आज हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई गई है. इससे अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिल सकती है.