सिटी पोस्ट लाइव : पटना के सरकारी अस्पताल आईजीआईएमएस में रैगिंग का मामला सामने आया है. 2022 बैच के छात्र नीतेश कुमार ने सीनियर छात्रों पर मारपीट और रैगिंग करने का आरोप लगाते हुए शास्त्रीनगर थाने में केस दर्ज कराया है.उनका आरोप है कि क्लास से जब घर जाने लगे तब सीआईडी कॉलोनी के पास कुछ लड़कों ने घेर लिया .कहा कि मेरे बॉस यानी हिमांशु से भिड़े हो? उनसे पंगा लिए हो? इसी बीच भीड़ जमा हो गई और सभी लड़के फरार हो गए. नीतेश के लिखित बयान पर हिमांशु और मयंक श्रीवास्तव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है.
नीतेश के साथ विवाद के बाद आईजीआईएमएस के करीब 50 छात्र आईजीआईएमएस के पास स्थित उसके भाई की दुकान को खोजते हुए पहुंच गए. नीतेश की दुकान समझकर अंशिका मेडिको में घुस गए. दवा दुकान के स्टाफ पर रॉड, लाठी, लोहे की चेन, ईंट और लोहे के धारदार हथियार हमला कर दिया. इस बाबत दवा दुकानदार राजेश कुमार सिंह ने भी आईजीआईएमएस के 50 अज्ञात छात्रों पर केस दर्ज कराया है. हालांकि राजेश कुमार ने कहा कि वे इस केस में समझौता कर लेंगे। वे लोग किसी दूसरे को खोजने के लिए आए थे.
आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर मनीष मंडल के अनुसार यह मामला रैगिंग का नहीं है. मामला कुछ और है.उन्होंने कहा कि आईजीआईएमएस निदेशक डॉक्टर बिन्दे कुमार ने जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बना दी है.कॉलेज के प्राचार्य रंजीत गुहा को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. इस कमेटी में प्राचार्य के अलावा जनरल सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पीके झा, शिशु रोग विभाग के डाॅ. रिजवान अहमर, पीआरओ परवेज अहमद खान और प्रशासनिक अधिकारी संजय कुमार हैं.