बिहार में बहार है, नौकरी की भरमार है, जानिये कैसे?

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में  नौकरी की बहार है. अलग-अलग विभागों में लगभग 2 लाख पदों पर भर्ती निकली है. 1 लाख 70 हजार पदों पर शिक्षकों की बहाली होनी है.इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया  पूरी हो चुकी है. इस भर्ती के लिए आवेदन तो साढ़े आठ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के प्राप्त हुए हैं. फिर भी  बड़े पैमाने पर पदों के खाली रहने के आसार हैं. 1 लाख 70 हजार पदों में से 11वीं-12वीं के शिक्षकों के लिए 57602 पद आरक्षित हैं. इन पदों के लिए सिर्फ 38 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. प्लस टू स्कूल शिक्षकों के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं.

 

खाली रह गए पदों को भरने के लिए बिहार सरकार इसी साल एसटीईटी (सेकेंडरी टीचर इलिजिबिलिटी टेस्ट) का आयोजन करेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती के इन पदों के लिए आवेदन करने के योग्य होंगे. उम्मीद है कि इस परीक्षा का आयोजन अगले 6 माह में करा लिया जाएगा. गणित, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत सहित अन्य विषयों में एसटीईटी आयोजित कराने के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. गौरतलब है कि आखिरी बार एसटीईटी का आयोजन साल 2019 में हुआ था इसका रिजल्ट 2021 में जारी हुआ था.

 

सेकेंडरी टीचर इलिजिबिलिटी टेस्ट पास होने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को 50 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 45.5 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 42.5 प्रतिशत, एससी, एसटी, दिव्यांग और महिला अभ्यर्थी को 40 प्रतिशत लाना जरूरी होगा. एसटीईटी में दो पेपर होते हैं. पेपर 1 में उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी कक्षा 9 और 10 में शिक्षक बनने के पात्र माने जाते हैं जबकि पेपर 2 उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी कक्षा 11 और 12 में शिक्षक बनने के पात्र माने जाते हैं.

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