सिटी पोस्ट लाइव :एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपनी ही सरकार के खिलाफ आन्दोलन की बात कर रहे हैं दूसरी तरफ नीतीश कुमार का साथ कभी नहीं छोड़ने की अपनी कसम बारबार दुहरा रहे हैं.वो ये भी कह रहे हैं कि उनके ऊपर बहुत दबाव है.ये फैसले की घड़ी है दूसरी तरफ ये भी कह रहे हैं उनकी पत्नी उनसे लड़ती हैं और कहती हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कभी झगड़ा नहीं करना है. उन्होंने आपको सीएम भी बनाया था. बहुत इज्जत-सम्मान दिया.
इससे पहले, ‘हम’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नेताओं ने अपनी सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया.मांझी का कहना था कि ‘हम पर बहुत दबाव है. लोग मुझे अपने पास बुला रहे हैं. निर्णय लेने का समय आ गया है.’ लेकिन बाद में यह भी कहा कि ‘हम किसी भी सूरत में नीतीश कुमार का साथ नहीं छोड़ेंगे.मांझी ने बैठक में कहा-’नीतीश कुमार ने पूर्णिया की रैली में मंच से ऐलान किया कि मांझी जी हम ही आपको सब कुछ देंगे. बनाएंगे.’ लेकिन उन्हें इस बात का दुःख भी है कि नीतीश कुमार ने उनके बेटे से एक मंत्रालय छिनकर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की है.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हमारी 22-23 बातों को लागू किया किंतु अब भी बहुत सारी बातें लागू नहीं हुई हैं.
मांझी ने कहा- हम अपने विधायकों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे. हमारी बात नहीं मानी गई, तो आंदोलन का निर्णय लेंगे. सरकार की गलत बातों का मुखर विरोध करेंगे. महागठबंधन की सारी पार्टियां जल्द बैठकर आगे की रणनीति तय करेगी.’रविवार को ही पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सरकारी आवास में आयोजित दावत-ए-इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे. उनका स्वागत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्री डॉक्टर संतोष कुमार सुमन ने किया.