CM की समीक्षा बैठक से क्यों दुरी बना रहे RJD कोटे के मंत्री?

RJD नेता करने लगे नीतीश कुमार को इग्नोर, सरकारी बैठक से RJD कोटे के मंत्रियों ने बनाई दूरी.

सिटी पोस्ट लाइव :  बिहार के महागठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कई ऐसे मौके आए हैं, जब विभाग के प्रभारी होने के बावजूद आरजेडी कोटे के मंत्री सीएम की समीक्षा बैठकों या दूसरे कार्यक्रमों से दूर दिखाई दे रहे हैं. इस साल 19 और 21 जुलाई को सरकारी तौर पर आयोजित कार्यक्रम में  विभागीय मंत्री  तेजस्वी यादव और आरजेडी कोटे के मंत्री शामिल नहीं हुए.राजगीर के  मलमास मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में भी  तेजस्वी यादव ने शिरकत नहीं की. उन्हें कार्यक्रम का विशिष्ट अतिथि बनाया गया था. आरजेडी कोटे के भूमि सुधार और राजस्व मंत्री आलोक मेहता भी नजर नहीं आये.

सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सुखाड़ की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई थी. तमाम विभागीय अफसर तो मौजूद रहे, लेकिन कृषि, पीएचईडी और आपदा प्रबंधन महकमे के मंत्री नदारद रहे. इन विभागों के मंत्री आरजेडी कोटे के हैं.इसकी दो वजहें हो सकती हैं. या तो उन्हें बुलाया ही नहीं गया या फिर जानबूझ कर उन्होंने बैठक से दूरी बना ली.कारण जो रहा हो, पर यह महागठबंधन के लिए शुभ संकेत नहीं है.

इस साल 15 जनवरी को नीतीश कुमार की अध्यक्षता में धान खरीद को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. बैठक में कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत और सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव की उपस्थिति अनिवार्य थी. पर, दोनों उस बैठक से दूर रहे. धान खरीद का मामला कृषि और सहकारिता विभाग से ही जुड़ा हुआ था. बैठक में आरजेडी कोटे के दोनों मंत्रियों को या तो बुलाया नहीं गया या फिर जानबूझकर दोनों बैठक से दूर रहे.

इस साल 2 जून को  लालू प्रसाद के बड़े बेटे और नीतीश कुमार की सरकार में वन व पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक से नदारद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वन और पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक बुलाई थी. विभागीय मंत्री होने के नाते तेज प्रताप यादव को भी बैठक में शामिल होना था. सीएम ने काफी देर तक उनका इंतजार किया, पर तेज प्रताप नहीं पहुंचे. नीतीश कुमार की बाईं तरफ तेज प्रताप के लिए कुर्सी लगाई गई थी.
इसी साल फरवरी में पटना के टाउन हाल में किसान समागम का आयोजन हुआ था. उसमें डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव को विशिष्ट अतिथि के रूप में रहना था. नीतीश समय पर पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें तेजस्वी के लिए करीब ढाई घंटे इंतजार करना पड़ा.

साल 2022 में महागठबंधन सरकार बनने के बाद 19 अगस्त को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप यादव ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक की जो तस्वीर तब तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर शेयर की, जिसमें उनके बहनोई शैलेश कुमार भी साथ नजर आए थे. हंगामा होने पर सफाई यह दी गई कि तेजप्रताप की बड़ी बहन और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के पति शैलेश कुमार अपने साले को मंत्री पद मिलने पर बधाई देने के लिए उनके कार्यालय गए थे. तेजप्रताप ने अपने जीजा को बैठक खत्म होने तक अपने पास बिठाए रखा. बैठक के दौरान दोनों बातचीत भी करते रहे.

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