चुनाव बाद होगा प्रधानमंत्री का चयन, नीतीश नहीं बनेंगे PM.

अभी देश में इमरजेंसी की स्थिति है. 1974 वाला इमरजेंसी तो घोषित वाली इमरजेंसी थी.

सिटी पोस्ट लाइव :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले शुरू से अपने को पीएम पद का दावेदार नहीं मान रहे थे लेकिन उनकी पार्टी लगातार उनको पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट कर रही थी.लेकिन कांग्रेस को पैतरे को भांपते हुए अब JDU ने भी साफ़ कर दिया है कि नीतीश कुमार पीएम नहीं बनेगें. JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह कहा कि चुनाव बाद ही प्रधानमंत्री का चयन होगा. नीतीश कुमार पीएम नहीं बनेंगे.

 

 पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में 18 पार्टियां शामिल होंगी. रविवार को इसकी जानकारी JDU  के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने देते हुए कहा कि  विपक्षी एकता की तरफ से प्रधानमंत्री कौन होगा? यह अभी नहीं बताया जाएगा. जब चुनाव हो जाएगा और विपक्षी एकता की जीत हो जाएगी. इसके बाद प्रधानमंत्री की घोषणा की जाएगी. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए  कहा कि अभी देश में इमरजेंसी की स्थिति है. 1974 वाला इमरजेंसी तो घोषित वाली इमरजेंसी थी. आज अघोषित इमरजेंसी है.

 

देश में आपातकाल लागू है. लेकिन, कहा नहीं जा रहा है. किसी को बोलने की स्वतंत्रता नहीं है. जब लोकतंत्र में बोलने की स्वतंत्रता समाप्त हो जाए तो स्थिति बदलनी चाहिए. आज लोकतंत्र बहुत खतरनाक स्थिति में है. पुराने सारे इतिहास को भाजपा बदल रही है. अपने नाम से इतिहास कराने का प्रयास किया जा रहा है. महात्मा गांधी को भूल रहे हैं. आप भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों को भूल रहे हैं, जननायक कर्पूरी ठाकुर के संघर्षों को भूल रहे हैं.

 

ललन सिंह ने यह भी कहा कि बीजेपी आरक्षण विरोधी हैं. 1977 में कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण लागू किया था तो भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने उस सरकार को गिरा दिया था. जितनी भी संवैधानिक संस्थाएं हैं सभी  अपना नियंत्रण भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कर रखा है. मीडिया की स्वतंत्रता समाप्त हो गई है.राहुल गांधी की सदस्यता जाती है तो 5 दिन तक डिबेट चलता है. यह लोग धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं. ललन सिंह ने टीवी एंकर का नकल करते हुए कहा कि आप देख रहे हैं भगवान का अपमान हुआ है. धर्म का अपमान हुआ है. दिन भर चिल्ला चिल्ला कर धार्मिक उन्माद फैलाते हैं.

nitish NOT PM CANDIDATE