बदल गया है बिहार का राजनीतिक समीकरण .

सिटी पोस्ट लाइव : इसबार BJP 20 से ज्यादा लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है.ऐसे में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ आज जाने से बीजेपी के घटक दलों की चिंता सीट शेयरिंग को लेकर बढ़ गई है.सूत्रों के अनुसार  नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के एनडीए में आ जाने से चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा को सीटों से समझौता करना पड़ सकता है. इन दोनों को एक-दो राज्य सभा की सीटें देकर, लोकसभा में सीटों को मैनेज करने की कोशिश बीजेपी कर सकती है.गौरतलब है कि न तो बीजेपी और ना ही  नीतीश कुमार फिर से चिराग पासवान और उपेन्द्र कुशवाहा को नाराज नहीं करना चाहेगें.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एनडीए के साथ आ जाने से कई चुनावी समीकरण ध्वस्त हो चुके हैं.नीतीश कुमार के जाने से महागठबंधन को कहीं न कहीं नुकसान होता दिख रहा है. भाजपा (BJP) को इससे जरूर फायदा मिलने वाला है. इन सबके बीच सवाल यह उठ रहा है कि एनडीए में जाने के बाद नीतीश कुमार को और बीजेपी को कौन सा फायदा होने वाला है.

.एनडीए (NDA) में जाने से नीतीश कुमार को महागठबंधन की तुलना में लोकसभा में ज्यादा सीटों पर जीत मिल सकती है, क्योंकि, राम मंदिर की लहर में अभी जेडीयू को भाजपा की वजह से सीटों का फायदा होना तय है.विधानसभा चुनाव में भी पहले की तुलना में अधिक सीटों पर फायदा मिलेगा, क्योंकि चिराग पासवान को हर संभव मनाने की कोशिश की जाएगी कि वह विधानसभा चुनाव में अलग न लड़ें। बता दें कि चिराग पासवान की वजह से पिछली बार जेडीयू को विधानसभा में सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था.

अब पीएम मोदी के साथ आने से नीतीश कुमार के बिखड़े हुए कार्यकर्ता फिर से एकजुट हो जाएंगे। वहीं वह दबाव से मुक्त होकर कानून व्यवस्था को संभालने का काम करेंगे.शिक्षक नियु्क्ति का क्रेडिट अब अकेले ले सकेंगे। जगह-जगह पोस्टर लगाकर यह बताने की कोशिश करेंगे कि जेडीयू ने ही लाखों शिक्षकों की बहाली की है.राज्य में लटकी परियोजनाओं को केंद्र सरकार की तरफ से तुरंत हरी झंडी मिल जाएगी.

political equation of Bihar