सिटी पोस्ट लाइव : प्रदेश के मद्य निषेध व निबंधन मंत्री रत्नेश सादा के पैतृक गांव को जोड़ने वाली सड़क पर 2005 में बनी पुलिया बुधवार सुबह 10:30 बजे अचानक भरभराकर गिर गई. यह पुलिया सहरसा-दरभंगा पथ पर स्थित थी.मंत्री के गांव बलिया सिमर होते हुए कुंदह व नवहट्टा प्रखंड के सत्तर तक जाने वाली सड़क पर सिमरी गांव के समीप यह पुलिया बनी थी. सूचना मिलते ही सीओ अनिल कुमार मौके पर पहुंचे. बाढ़ के समय में कोसी का पानी फैलने के बाद यहां नई धारा बहने लगती है.
2005 में एनआरईपी (राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम) से ईंट की इस पुलिया को बनाया गया था. पुलिया के निर्माण से संबंधित कोई डेटा उपलब्ध नहीं है. इसी पुलिया से जोड़ती हुई सड़क का एक करोड़ 20 लाख की लागत से निर्माण करवाया गया था. उक्त सड़क का निर्माण फिर 2016 में एक करोड़ 40 लाख की लागत से करवाया गया. 2021 में भी सड़क की मरम्मत कराई गई थी. इसके बावजूद पुरानी पुलिया पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. सीओ अनिल कुमार ने बताया कि संबंधित विभाग के वरीय अधिकारी को सूचना दी गई है. विभाग के जेई ने घटना स्थल का जायजा लिया. उन्होंने 24 घंटे के अंदर अस्थायी व्यवस्था कर यहां आवागमन शुरू करने का आश्वासन दिया है.
कुंदह पंचायत के मुखिया पन्नालाल राम ने बताया कि विभागीय लापरवाही से पुलिया ध्वस्त हुई है. इस कारण बलिया सिमर, कुंदह व सतौर के 10 हजार ग्रामवासियों के समक्ष आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है.प्रखंड जदयू अध्यक्ष मनोज साह ने बताया कि विभागीय अधिकारी द्वारा निर्माण कार्य के दौरान न तो गुणवत्ता का ख्याल रखा जाता है और न ही पुरानी सड़क व पुल-पुलिया का ससमय मेंटेनेंस करवाया जाता है. इस कारण ऐसे हादसे हो रहे हैं. जिला परिषद सदस्य मणिया देवी के प्रतिनिधि महादेव पासवान ने भी इसके लिए विभागीय अधिकारियों व संवेदकों को जिम्मेदार ठहराया है.