रामबदन राय ने बनाई ‘कर्पूरी जनता दल’.

कहा- बिहार में 35 वर्षों में अतिपिछड़ा, दलित और मुसलमानों की अनदेखी हुई, 2024-25 में लड़ेंगे चुनाव.

सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व एमएलसी रामबदन राय ने अपनी नई पार्टी बना ली है.उनकी नई पार्टी का नाम ‘कर्पूरी जनता दल’ होगा. होटल चाणक्या में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ नई पार्टी की घोषणा की. इस बीच उनके समर्थक नारेबाजी करते रहे बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो रामबदन राय जैसा हो.नई पार्टी की घोषणा करते हुए रामबदन राय ने कहा कि वे कर्पूरी जनता दल का गठन इसलिए कर रहे हैं कि पिछड़े-दलित लोग बिहार में लगातार उपेक्षित हैं. कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व में काम करने का मौका हमें मिला और अतिपिछड़ों, दलितों और मुसलमानों ने मिलकर सरकार बनायी थी. लेकिन नीतीश कुमार के राज में दलित, अतिपिछड़ा की सबसे ज्यादा उपेक्षा हुई.

 

रामबदन राय लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. 2009 में ललन सिंह के खिलाफ भी लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने दबंग जातियों को अतिपिछड़ा का हक दे दिया. 2024 से लड़ाई शुरू होगी और 2025 में कर्पूरी, जदयू की सरकार बनेगी.उन्होंने  कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो बिहार में दो उपमुख्यंत्री  एक दलित दूसरा  मुसलमान बनायेगें. बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग में 114 जातियां हैं जिसकी आबादी लगभग 46 प्रतिशत है फिर भी यह समाज उपेक्षा का शिकार है. अतिपिछड़ों को राजनीतिक रुप से कमजोर करने के लिए और उनकी भागीदारी को खत्म करने के लिए 18 प्रतिशत पर हकमारी की गई.

 

उन्होंने कहा कि 35 साल से सामाजिक न्याय की सरकार बिहार में चल रही है. लेकिन 50 फीसदी से अधिक दलित, अतिपिछड़ा और मुसलमान समाज ने फैसला लिया है कि हकमारी का हम बदला लेंगे. आरोप लगाया कि बिहार में 100 जगह दलित और अतिपिछड़ी जाति की बेटियों के साथ बलात्कार हुआ पर न्याय नहीं मिला. 2024 के लोकसभा चुनाव में हम चुनाव लड़ेंगे. कार्यकर्ता से बैठकर बात करेंगे की कितनी सीटों पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी. इसकी चर्चा खूब है कि आप भाजपा स्पांसर पार्टी बना रहे हैं? इस सवाल पर रामबदन राय ने कहा कि मुसलमानों पर सबसे ज्यादा ज्यादती हुई एनआरसी पर, नीतीश कुमार ने व्हीप जारी कर कानूनी पास करवाया। नीतीश कुमार भाजपा के साथ जा सकते हैं पर दलित, पिछड़ा नहीं जा सकता है.

RAMVADAN RAI