सिटी पोस्ट लाइव : जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार विधान सभा की चार सीटों के लिए हो रहे चुनाव में सभी स्थापित दलों का पसीना छुड़ा दिया है.तरारी को अगर छोड़ दें जहाँ सीधी लड़ाई माले और बीजेपी के बीच है तो बाकी तीन सीटों बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ में जन सुराज ने महागठबंधन और एनडीए दोनों दलों की मुश्किल बाधा दी है. बेलागंज में प्रशांत किशोर की वजह से आरजेडी का राजनीतिक किला 30 साल बाद ध्वस्त हो सकता है.जेडीयू उम्मीदवार को जीत मिल सकती है .इसी तरह से रामगढ़ विधानसभा (Belaganj Election) क्षेत्र में जन सुराज की वजह से ही आरजेडी का किला ढह सकता है.फिर भी प्रशांत किशोर आरजेडी का साथ देने को तैयार हैं.
प्रशांत किशोर लालू यादव का साथ तो देने को तैयार हैं लेकिन एक ही शर्त पर.शर्त बहुत मुश्किल है.लालू यादव को अपने बेटे तेजस्वी की जगह किसी दुसरे को अपनी पार्टी का नेता बनाना होगा.प्रशांत किशोर अपनी हर सभा में ये ऐलान कर रहे हैं कि वो लालू यादव के दल का साथ देने को तैयार हैं बशर्ते लालू जी अपने दल का नेता बदल दें. प्रशांत किशोर लगातार ये कह रहे हैं कि लालू यादव अपने समाज के किसी भी काबिल आदमी को पार्टी का नेता बनाएं तो जन सुराज के साथ उनके समर्थन में वो खड़े हो जाएंगे.सवाल ये है कि क्या लालू यादव तेजस्वी यादव की जगह किसी दुसरे यादव को नेता बना देगें तो यादव समाज उसे अपना नेता स्वीकार कर लेगा?
प्रशांत किशोर का कहना है कि मुसलमानों को अपने रहनुमाओं की समझ ही नहीं है, इसलिए वो लालटेन में केरोसिन तेल की तरह जल रहे हैं और रोशनी कहीं और हो रही है. प्रशांत किशोर ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को ये समझा रहे हैं कि मुस्लिम समुदाय अपने रहनुमाओं को नहीं समझता है.उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब 2014 में नीतीश कुमार ने मोदी का विरोध करते हुए भाजपा का साथ छोड़ दिया था, तब मुस्लिम समुदाय ने नीतीश कुमार को अपना नेता नहीं बनाया था.आपने उस समय राजद पर भरोसा किया था, जबकि पिछले 35 वर्षों में आप सिर्फ लालटेन में केरोसिन तेल की तरह जल रहे हैं और रोशनी कहीं और हो रही है. उसी तरह आज आप दुविधा में हैं कि प्रशांत किशोर पर कैसे भरोसा करें.
जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि 2025 में जनता का राज स्थापित करना है. विधानसभा उप चुनाव में माले, लालू, भाजपा, नीतीश का ये सारा कचरा साफ कर दें. ये नेता आपके बच्चों को अनपढ़ बनाकर मजदूर बनने के लिए मजबूर कर रहे हैं.उन्हीं को अगर हम जाति, धर्म या राजनीतिक विचारधारा के आधार पर वोट देते रहेंगे, तो यह स्थिति कभी नहीं बदलेगी.उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में जमीन के सर्वे के नाम पर भ्रष्टाचार फैलाया गया. जनता से रिश्वत वसूली गई. जनता अपने वोट के अधिकार से इसे नहीं रोकेगी तो सर्वे दोबारा शुरू हो सकता है. प्रशांत किशोर ने बुधवार को भोजपुर के सहार व अंधारी तथा कैमूर जिले के दुर्गावती, रामगढ़ व नुआंव समेत आधा दर्जन सभाओं में आमजन से यह अपील की.