PK ने नीतीश-तेजस्वी के दावों की निकाली हवा.

बिहार में पिछले 75 साल में सिर्फ 23 लाख लोगों को ही क्यों मिली है सरकारी नौकरी? .

 

सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का जन-सुराज अभियान अब एक राजनीतिक दल का रूप लेने जा रहा है.अबतक पद यात्रा कर प्रशांत किशोर जन-सुराज अभियान से एक करोड़ से ज्यादा लोगों को जोड़ चुके हैं.अब यहीं लोग उनके राजनीतिक दल जन-सुराज की ताकत बनने जा रहे हैं. पटना के बापू सभागार में प्रशांत किशोर के भाषणों का फोकस युवाओं पर रहा. प्रशांत किशोर के भाषणों का केंद्र हमेशा ही बेरोजगारी, पलायन और बेहतर शिक्षा जैसे मुद्दे रहे हैं. प्रशांत किशोर ने बापू सभागार में भी इन्हीं मुद्दों को लोगों के सामने रखा.

प्रशांत ने बिहार के लोगों को बताया कि ऐसा क्यों है कि बिहार के युवा दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए पलायन करना पड़ा है? पलायन और बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याओं कैसे निपटा जा सकता है? रोजगार और पलायन पर बात करते हुए प्रशांत ने कहा कि चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक की संख्या को भी अगर हम जोड़ दें, तब भी पिछले 75 साल में सिर्फ 23 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है. पिछले 75 साल में गठित हुई 30 से ज्यादा सरकारों ने सिर्फ 23 लाख लोगों को ही सरकारी नौकरी दिया है.

नीतीश-तेजस्वी का नाम लिए बिना प्रशांत किशोर ने उनके दावे को हवाबाजी करार देते हुए कहा कि बिहार में सिर्फ 1.97 प्रतिशत लोगों को ही सरकारी नौकरी मिली है. लेकिन, कुछ लोग ऐसे सपने दिखा रहे हैं कि अगर हम सत्ता में आएंगे तो एक साल में ही 10 लाख सरकारी नौकरी दे देंगे. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा.उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से पूछा-जन सुराज के संगठन में या किसी पद पर काबिज होने के लिए शैक्षणिक योग्यता चाहिए या नहीं.क्या दसवीं फेल को मौका देना चाहिए.

Prashant Kishore