किसी IPS अधिकारी को नहीं मिला चुनाव लड़ने का मौका.

सिटी पोस्ट लाइव : इसबार लोक सभा चुनाव में आधे दर्जन से ज्यादा IPS अधिकारी राजनीति में अपना हाथ आजमाना चाहते थे लेकिन किसी भी पार्टी ने अबतक उन्हें मौका नहीं दिया है.असं में एसपी के पोस्ट पर तैनात IPS अधिकारी आनंद मिश्र नौकरी छोड़कर बक्सर घूम रहे थे लेकिन बीजेपी ने उन्हें मौका नहीं दिया. तमिलनाडु के सेवा निवृत डीजीपी करुणा सागर RJD में शामिल होकर लोक सभा चुनाव जहानाबाद से लड़ना चाहते थे.लेकिन  भूमिहार समाज से आनेवाले इस पुलिस अधिकारी को भी मौका नहीं मिला.सुरेन्द्र यादव इनके ऊपर भारी पड़े.

 

तीसरे डीजी रैंक से सेवा-निवृत IPS अधिकारी बीके रवि ने कुछ माह पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और सीधे कांग्रेस से जुड़ गए. वे समस्तीपुर से लड़ना चाहते थे. कांग्रेस से यहां अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं की है. बीके रवि कहते हैं कि बिहार जन्मभूमि हैं. नौकरी करने बाहर चला गया। अब लौटा हूं तो अपने लोगों की सेवा करने की इच्छा है.पार्टी जो भी निर्णय करेगी, उन्हें सहर्ष स्वीकार होगा.

करुणा सागर कहते हैं वे राजद में सदस्य के रूप में काम कर रहे. पुलिस में रहते हुए लोगों की सेवा करता रहा, लेकिन समाज के लिए काम करने की इच्छा हुई तो सोचा था चुनाव लडूंगा. हालांकि, निर्णय नेतृत्व को लेना है. उन्हें कोई शिकवा या शिकायत नहीं. टिकट मिला तो भी खुश, नहीं तो भी. मैं कार्यकर्ता के रूप में लोगों की सेवा करता रहूंगा.आनंद मिश्रा असम कैडर के आइपीएस अधिकारी असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा के पसंदीदा अफसर थे. समाज सेवा के लिए नौकरी छोड़ी और बक्सर से चुनाव लड़ना चाहते थे.

BIHAR POLITICS