मनोज झा ने कुछ गलत नहीं कहा:लालू यादव.

लालू, कहा-वह विद्वान आदमी हैं, चेतन आनंद पर बोले-उसे उतनी ही बुद्धि है उसको.

 

सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी  के राज्यसभा सांसद मनोज झा के ठाकुर के कुंआ वाले कविता विवाद पर लालू प्रसाद यादव ने प्रतिक्रिया दी है. लालू यादव गुरुवार को मनोज झा का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है. मनोज झा विद्वान आदमी हैं. उन्होंने कोई ठाकुर के खिलाफ नहीं बोला है. किसी समाज का अपमान नहीं हुआ है. इन सब से परहेज करना चाहिए.राजद सुप्रीमो ने चेतन आनंद के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि उसे उतनी ही बुद्धि है तो क्या किया जाए.​​​​​

 

सांसद मनोज झा के कविता पाठ पर बिहार में सियासी बवाल मचा है.आरजेडी  के विधायक और बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने कविता पाठ के पांच दिन बाद मोर्चा खोला. इसके बाद आनंद मोहन के साथ साथ ठाकुर समाज के नेता लगातार मनोज झा पर निशाना साध रहे हैं. हालांकि, राजद अपने सांसद के समर्थन में खड़ी है.लालू यादव ने गुरुवार को सीएम हाउस जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इसको लेकर पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा मुख्यमंत्री भी यदाकदा मेरे यहां आते रहते हैं. आज मैं चला गया था. हम रिस्पेक्ट करते हैं.

 

21 सितंबर को राज्यसभा में  सांसद मनोज झा ने ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता ठाकुर का कुआं का पाठ किया था. इसके पांच दिन बाद राजद के शिवहर से विधायक चेतन आनंद हमलावर हो गए.मामला तूल पकड़ा तो चेतन आनंद के पिता और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा अगर उस वक्त राज्यसभा में होते तो मनोज झा की जीभ खींचकर आसन की ओर उछाल देते. बात यहीं नहीं थमी. जदयू के नेता भी मनोज झा पर निशाना साधने लगे.

 

जदयू सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी राज्यसभा सांसद मनोज झा के समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा की कार्यवाही में उन्होंने क्या गलत कहा है. वह कुछ और कह रहें है और आप लोग अलग तथ्य निकाल रहें है. ललन सिंह ने मनोज झा के बयान को भाजपा का स्टंट करार दिया है. भाजपा के इशारा पर यह सब हुआ . उन्होंने कहा कि भाजपा कनफुकवा पार्टी बन गई है. अमित शाह गोदी मीडिया के प्रोड्यूसर हैं.बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने   सांसद अ  समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि मनोज झा ने किसी जाति विशेष की बात नहीं की हैं. सिर्फ एक कविता का हवाला दिया है, जिसमें एक ‘ठाकुर’ शब्द है. ठाकुर का मतलब एक अदृश्य और दैवीय शक्ति है. मेरा व्यक्तिगत विचार है कि मनोज झा ने कुछ भी गलत नहीं कहा है.

Thakur's well poem controversy