नीतीश की जी-20 डिनर डिप्लोमेसी से उड़ी लालू यादव की नींद.

 

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जी20 डिनर डिप्लोमेसी  ने राहुल  गांधी और लालू यादव की नींद उड़ा दी है.आज 09 सितंबर को सीएम नीतीश कुमार दिल्ली में होंगे. वो जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू की डिनर पार्टी में शामिल होगें. राष्ट्रपति ने वैसे इसके लिए सभी राज्यों के सीएम को न्यौता दिया है  लेकिन इसमें नीतीश का आना बड़े इशारे कर रहा है. वो भी तब जब नीतीश समेत पूरा इंडिया मुंबई की बैठक से पहले नए लोकसभा भवन के उद्घाटन का बहिष्कार कर चुका था. लेकिन अब नीतीश का बदला रुख बड़े इशारे कर रहा है.

 

 नीतीश कुमार डेढ़ साल बाद पीएम मोदी के साथ एक मंच पर नजर आयेगें.राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इसके दो मतलब हैं एक तो  लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस से नाराजगी दिखाना और दूसरा भावी राजनीतिक संभावनाओं को टटोलना.दरअसल, विपक्ष को गोलबंद करने में अहम् भूमिका निभानेवाले नीतीश कुमार को वो मुकाम हाशिल नहीं हुआ जिसे wp विअप्स्ख के जरिये हाशिल करना चाहते थे. न तो वो पीएम पड़ के उम्मीदवार बन सके और ना ही संयोजक .

 

जाहिर इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार को कुछ भी हाशिल नहीं होना है.लोक सभा चुनाव के बाद उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी भी छोड़नी पड़ सकती है.20 24 तक अगर CM बने भी रह जाएँ तो 2025 में तो इसे तेजस्वी यादव को सौंपना ही पड़ेगा.मतलाब न पीएम बन पाए और ना ही 20 24 के बाद CM बने रह पायेगें.राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बीजेपी और नीतीश कुमार के पास एक आखिरी रास्ता अभी भी बचा हुआ है.बीजेपी 20 25 के चुनाव के बाद भी नीतीश कुमार को CM बनाने का वडा कर  केंद्र और बिहार की सत्ता पर काबिज हो सकती है और नीतीश कुमार को 20 30 CM बने रहने का  मौका मिल सकता है.

 

दरअसल, बिहार में बीजेपी के पास बिना नीतीश कुमार के सत्ता में आना मुश्किल है साथ ही लोक सभा चुनाव का गणित भी बिगड़ सकता है.बीजेपी की पहली प्राथमिकता केंद्र की सरकार को बचाना है.इसके लिए बीजेपी नीतीश कुमार के लिए कुछ भी कर सकती है.सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी के लिए जितना जरुरी नीतीश कुमार हैं उतना ही जरुरी नीतीश कुमार के लिए बीजेपी है.आज की तारीख में नीतीश कुमार से बेहतर चेहरा मुख्यमंत्री पद  के लिए  किसी दल में नहीं है.

NITISH DINNER DIPLOMACY