I.N.D.I.A के बदले घमंडिया UPA-2 पर NDA का फोकस.

गठबंधन के तहत एक तरह का बयान देंगे प्रवक्ता, दिल्ली के बाद बिहार में आयोजित होगा वर्कशॉप.

सिटी पोस्ट लाइव : तीसरीबार सत्ता पर काबिज होना एनडीए के लिए आसान नहीं है. विपक्ष के गठबंधन  I.N.D.I.A को मात देने के लिए NDA ने विशेष तैयारी की है. NDA अपने प्रवक्ताओं को ट्रेंड कर रही है. इस वर्कशॉप में शामिल हुए एक सूत्र के अनुसार बिहार के सांसद चिराग पासवान के आईडिया पर  काम हो रहा है.इसी रणनीति के तहत विपक्ष के I.N.D.I.A गठबंधन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घमंडिया नाम दिया था. अब घमंडिया को पूरे NDA ने अपना हथियार बना लिया है. सत्ताधारी गठबंधन का अब पूरा फोकस इसी शब्द पर होगा.

भाजपा या NDA में शामिल दूसरे राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय प्रवक्ता किस तरह से विपक्ष को घमंडिया के जरिए घेरेंगे, इसकी पूरी प्लानिंग तय कर दी गई है.इसके लिए सत्ताधारी गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दलों के कुल 73 प्रवक्ताओं को एक दिन की खास ट्रेनिंग दी गई है. वर्कशॉप 11 अगस्त को संसद के एनेक्सी भवन में आयोजित की गई थी.विपक्ष के खिलाफ भाजपा के प्रवक्ता राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पहले से एग्रेसिव रहे हैं. पार्टी लाइन के आधार पर मीडिया में प्रवक्ता समय-समय पर बयान देते रहे हैं. इसी तरह से NDA में शामिल दूसरे राजनीतिक दलों के प्रवक्ता भी अपने पार्टी लाइन के आधार पर बोलते रहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

कोई भी प्रवक्ता अब अपने पार्टी के लाइन पर नहीं बोलेंगे. इसमें भारी बदलाव किया गया है. प्रवक्ता अब NDA के लाइन पर चलेंगे. सूत्रों के अनुसार, इन्हें अब NDA का प्रवक्ता कहा जाएगा. गठबंधन के तहत दिए गए निर्देशों के आधार पर अपने बयानों को ये मीडिया में रखेंगे.2024 का लोकसभा चुनाव NDA को जितना है तो उसके लिए विपक्ष के सामने पूरी मजबूती से खड़ा होना होगा. प्रवक्ताओं को बयान देते समय खास ख्याल रखना होगा. अब विपक्ष के गठबंधन को घमंडिया UPA-2 बोलना है. इसके जरिए ही उन पर प्रहार करना है.

सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय स्तर के प्रवक्ताओं की एक दिन के ट्रेनिंग को मीडिया वर्कशॉप का नाम दिया गया था. कुल 6 सेशन में पूरा वर्कशॉप आयोजित हुआ था. शुरुआत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और जमुई सांसद चिराग पासवान से हुई थी. फिर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी का सेशन हुआ था. जबकि, लास्ट सेशन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का था.NDA में शामिल दूसरे राजनीतिक दलों के भी कई बड़े नेता इस वर्कशॉप में शामिल हुए थे और प्रवक्ताओं को गठबंधन के तहत मीडिया में और जनता के सामने बोलने की ट्रेनिंग दे कर गए. उन्हें बता कर गए कि कैसे विपक्ष के I.N.D.I.A को घेरना है.

किसी धर्म के ऊपर बयान नहीं देने को कहा गया है. बातों को मीडिया में किस तरह से रखना है, उसके बारे में बताया गया है. हम लोग अब NDA के प्रवक्ता के तौर पर मीडिया के सामने होंगे.साथ ही बताया गया कि मीडिया के सामने विपक्ष को I.N.D.I.A नहीं बल्कि घमंडिया UPA-2 बोलना है. इन बिंदुओं पर वर्कशॉप में शामिल सभी प्रवक्ताओं को ट्रेनिंग दी गई थी.सूत्र बताते हैं कि विपक्ष को घेरने की तैयारी NDA ने सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं की है. बल्कि, जल्द ही उनकी प्लानिंग राज्य स्तर पर भी दिखेगी. राज्य स्तर के प्रवक्ताओं को भी ट्रेनिंग मिलेगी. उनके लिए भी एक दिन का वर्कशॉप आयोजित होगा.

बिहार में भी NDA के प्रवक्ताओं के लिए मीडिया वर्कशॉप इसी महीने के अंत में हो सकती है. राज्य स्तर पर भी प्रवक्ताओं को गठबंधन के गाइडलाइन के तहत मीडिया में अपना बयान देना होगा. वर्कशॉप के जरिए प्रवक्ताओं को ट्रेंड करने की प्लानिंग जमुई सांसद व लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने की थी. लोकसभा सत्र के दौरान उन्होंने ही इस बात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखा था जो उन्हें पसंद आया.इससे चिराग पासवान की अहमियत प्रधानमंत्री के सामने और बढ़ गई. साथ ही NDA में उनका कद भी बढ़ा. इसके बाद ही सब कुछ तय हुआ. राष्ट्रीय स्तर के प्रवक्ताओं को ट्रेंड करके बाद राज्य स्तर की प्लानिंग हुई.

सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में हुए वर्कशॉप के दौरान चिराग ने प्रवक्ताओं से कहा था कि बयान देते वक्त उन्हें आवेश में नहीं आना है. मीडिया कितना भी प्रभोग करे पर आपको गठबंधन और पार्टी के लाइन पर ही बोलना है.किसी धर्म पर ज्यादा एग्रेसिव नहीं होना है. बातों में विरोधाभास नहीं होना चाहिए. हमें मीडिया के नेरेटिव में नहीं आना है.

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