सिटी पोस्ट लाइव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान चिराग पासवान को कण्ट्रोल में रखने की कवायद बीजेपी ने शुरू कर दी है.चिराग पर लगाम लगाने के लिए बीजेपी ने उनके चाचा पशुपति पारस को भाव देना शुरू कर दिया है.सूत्रों के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री और चिराग पासवान के सगे चाचा पशुपति कुमार पारस के दिन बदल सकते हैं. चिराग पासवान की नाराजगी के बावजूद जल्द ही पशुपति पारस को किसी राज्य का गवर्नर या किसी केंद्रीय आयोग के अध्यक्ष की कुर्सी पर बिठाया जा सकता है.
हाल के दिनों में पशुपति पारस की बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकात हुई है. पशुपति पारस ने भी कहा था कि हमारे बीच बेहद सकारात्मक मुलाकात हुई है. हालांकि, इस मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई इसकी पुख्ता जानकारी तो बाहर नहीं आ सकी है. लेकिन, अंदरखाने से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक पशुपति पारस को बड़ा पद मिल सकता है. जिस तरह से पारस को हाल के दिनों में बीजेपी के नेताओं ने अहमियत दी है उससे साफ पता चलता है कि बीजेपी ने चिराग पासवान को नियंत्रित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है.
दरअसल हाल के दिनों में कई बार ऐसा देखने को मिला जब चिराग पासवान ने केंद्र सरकार के कुछ फैसले को लेकर अलग लाइन लेते हुए दिखाई देते रहे है. आरक्षण में क्रिमी लेयर, लेटरल एंट्री का मामला, अनुसूचित जाति जन जाति के आरक्षण में उप वर्गीकरण जैसे मुद्दे पर चिराग ने एनडीए से अलग राय दी, जिसको लेकर कई तरह की चर्चाओं का बाजार भी तेज हो गया था. हालांकि, बीजेपी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए चिराग पासवान को नाराज करने का जोखिम भी नहीं उठा सकती है.