पुल गिरने के मामले में नीतीश सरकार का बड़ा एक्शन.

  इन लोगों से वसूली जाएगी नए निर्माण की लागत

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार  सरकार के मुखिया नीतीश कुमार पूलों के ध्वस्त होने के जारी सिलसिले को लेकर बेहद नाराज हैं. वो मानते हैं कि  छाड़ी नदी पर बनाए गए छह पुलों के ध्वस्त होने का कारण इंजीनियरों की लापरवाही और ठेकेदारों की कोताही है.अब पुलों की लागत राशि की वसूली ठेकेदारों से करेगी.गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने बताया कि ठेकेदारों ने गाद की उड़ाही में पुलों के पाए और बुनियादी संरचना का ध्यान नहीं रखा. अब ठेकेदारों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.

 

इंजीनियरों ने पुलों की नियमित देखरेख में लापरवाही बरती. विभाग का उड़नदस्ता संगठन जांच कर रहा है. 24 घंटे के भीतर यानी शुक्रवार तक जांच रिपोर्ट मिल जाएगी. उस आधार पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई तय है.छाड़ी/ गंडकी नदी गोपालगंज, सिवान और सारण जिला से होकर बहती है. तीन से चार जुलाई के बीच सिवान और सारण जिला में इस पर पहले से अवस्थित छह पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए. आवागमन को सुचारू रखने के उद्देश्य से उनके स्थानापन्न नए पुल-पुलिया का निर्माण होगा. एक सप्ताह के भीतर उसकी कार्ययोजना बना ली जाएगी. पुल के निर्माण पर खर्च होने वाली राशि नदी की उड़ाही करने वाले ठेकेदार से ली जाएगी. यह एक तरह से हर्जाने की वसूली होगी.