पटना पहुंचे केजरीवाल, बैठक में भाग लेने को लेकर संशय.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत शीर्ष विपक्षी नेताओं की यह बैठक शुक्रवार को पटना में बुलाई है.इस बैठक में कांग्रेस, एसपी नेता अखिलेश यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एनसीपी नेता शरद पवार, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, उद्धव ठाकरे और कई अन्य नेता शामिल होंगे.

 

बैठक का उद्देश्य पीएम मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के एक साथ आने के लिए आधार तैयार करना है.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं.केजरीवाल बिहार तो पहुंच गए, परंतु इससे पहले उनकी पार्टी ने केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लिए सेवा क्षेत्र में लाए गए अध्यादेश को लेकर कांग्रेस को अल्टीमेटम देते हुए विपक्षी दलों के नेताओं को भी चेताया.जरीवाल ने विपक्षी दलों के नेताओं को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को दिल्ली के लिए लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश पर अपना रुख साफ करते हुए आम आदमी पार्टी का समर्थन करना चाहिए.

 

चिट्ठी में यहां तक कहा गया कि यदि कांग्रेस समर्थन नहीं करती है तो आप पार्टी विपक्षी दलों की बैठक का बहिष्कार करेगी. वहीं, चिट्ठी के माध्यम से केजरीवाल ने विपक्षी दलों के नेताओं से भी अपील की है कि बैठक में पहले दिल्ली के लिए गए अध्यादेश पर चर्चा हो.गौरतलब है कि बिहार में विपक्षी दलों की बैठक से पहले पटना में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. राजधानी की गलियां पोस्टर और होर्डिंग से पटी हैं.इन पोस्टरों में विपक्षी दलों और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है. पटना में लगे पोस्टरों पर भारतीय जनता पार्टी लिखा हुआ है.

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