बिहार के 12 जनप्रतिनिधि हेट स्पीच के आरोपी.

गिरिराज, नित्यानंद व तेजस्वी समेत बिहार के 12 सांसदों-विधयाकों के खिलाफ दर्ज हैं मामले.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार  में हेट स्पीच (भड़काऊ भाषण) देनेवाले नेताओं की कमी नहीं है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे नेताओं की संख्या  संख्या 12 है. इनमें तीन सांसद और 9 विधायक हैं.सांसदों में तीनों भाजपा के हैं तो विधायकों में भाजपा के साथ राजद के लोग भी हैं. देश में ऐसे 107 सांसद-विधायक हैं जिनके खिलाफ हेट स्पीच के केस दर्ज हैं. 33 सांसदों में सर्वाधिक 22 भाजपा के हैं. देश में भड़काऊ भाषण देने वाले विधायकों की संख्या 74 है.

 

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स (एडीआर) की रिपोर्ट कहती है कि राजनीतिक दलों ने आरोपी उम्मीदवरों को टिकट देकर हेट स्पीच की परिस्थितियों को बढ़ावा दिया है. गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, अशोक कुमार यादव (तीनों भाजपा के, दो केंद्र सरकार में मंत्री हैं) विधायक  प्रेम कुमार-गया, डॉ सुनील कुमार-बिहारशरीफ, जिवेश कुमार- दरभंगा, प्रमोद कुमार-मोतिहारी (सभाी भाजपा), शकील अहमद खान-कदवा (कांग्रेस), मंजू अग्रवाल-गया, तेजस्वी प्रसाद यादव- राघोपुर, भाई वीरेंद्र- मनेर, अख्तरुल इस्लाम शाहीन-समस्तीपुर (सभी राजद) हेट स्पीच देने के आरोपी हैं.

 

धारा-295ए- किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना. धारा-505- किसी भी बयान , अफवाह या रिपोर्ट के प्रकाशन के कारण समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा फैलाना.धारा-8- अगर कोई भाषण की स्वतंत्रता का अवैध उपयोग का दोषी ठहराया जाता है तो उसके चुनाव लड़ने पर रोक. धारा 123ए-125- चुनावी प्रक्रिया में विभिन्न धर्म, जाति, समुदाय के आधार पर आपसी मनमुटाव को रोकना.

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