सिटी पोस्ट लाइव : बिहार आने वाले पर्यटकों को जल्द ही पर्यटन स्थलों के आसपास गांव-घर में रुकने की व्यवस्था होगी. आमलोगों के घरों के ही एक हिस्से को गेस्ट हाउस का रूप दिया जाएगा. पर्यटन विभाग ने इस होम स्टे योजना का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर लिया है. आज इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई है.शहरी क्षेत्र में पर्यटन केंद्र से अधिकतम पांच किमी, जबकि ग्रामीण इलाकों में अधिकतम दस किमी की परिधि में आने वाले घर इस योजना के तहत जुड़ सकते हैं. होम स्टे योजना से जुड़ने के लिए मकान मालिकों को पर्यटन विभाग से निबंधन कराना होगा.
पर्यटकों को ठहरने की अच्छी सुविधा मिले, इसके लिए नई होम स्टे योजना लाई गई है. मुख्यमंत्री होम स्टे एंड ब्रेकफास्ट प्रोत्साहन योजना-2024 को मंजूरी मिल गई है. प्रखंड स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी अब पंचायत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी होंगे. उनके साथ प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी अतिरिक्त कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में काम करेंगे. अतिरिक्त कार्यपालक पदाधिकारी को कुछ प्रशासनिक अधिकार भी दिए गए हैं.
निबंधन में यह देखा जाएगा कि पर्यटन स्थल से संबंधित गांव-घर की दूरी कितनी है? कितने कमरों का घर है? वहां कौन-कौन सी सुविधाएं हैं? सड़क से दूरी कितनी है? और सबसे अहम सुरक्षा-सफाई की क्या व्यवस्था है. पर्यटन विभाग के मानक पर खरा उतरने के बाद ही होम स्टे याजना के तहत निबंधन होगा, जिसके बाद पर्यटक वहां रुक सकेंगे.