सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार ने बालू माफिया की नकेल कसने की तैयारी कर ली है.बालू खनन से जुड़े संवेदनशील स्थलों की पहचान कर स्थायी चेकपोस्ट बनाए जाएंगे.मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. मुख्य सचिव ने हाल ही में राज्य में बालू के अवैध खनन और बालू के ओवरलोडिंग वाहनों के अवैध परिचालन की समस्या को लेकर सभी जिलों के साथ बैठक की थी.उन्होंने इस समस्या के निराकरण को लेकर भी कई दिशा-निर्देश दिये थे.
दरअसल, पिछले कुछ दिनों में अवैध बालू खनन को लेकर शिकायतें बढ़ी हैं. सुरक्षा बलों पर बालू माफिया की ओर से हिंसक हमलों की शिकायतें लगातार आ रही हैं. ऐसे में संवेदनशील स्थलों की नए सिरे से पहचान कर वहां निगरानी बढ़ाने की योजना है. अब मुख्य सचिव के निर्देश के बाद खान एवं भूतत्व विभाग ने इस संबंध में पहल शुरू कर दी है.राज्य में बालू खनन और परिवहन के लिए 10 जिले प्रमुख हैं. इनमें पटना,रोहतास, औरंगाबाद, भोजपुर, बांका, जमुई, सारण, नवादा, कैमूर और गया शामिल हैं. यहां चेकपोस्ट बनाने की पहले से योजना है. इन जिलों में इसके लिए कार्ययोजना बनायी जा रही है.