IAS संजीव हंस के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज.

नहीं अवैध संबंध छिपाने के लिए भी देते थे महिला अधिवक्ता को पैसे, FIR में हुए हैं कई बड़े खुलासे.

 

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव की मुश्किलें बढती जा रही हैं. प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत स्पेशल विजिलेंस यूनिट में दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चूका है. SVU की FIR के मुताबिक संजीव हंस के बिजनेस पार्टनर पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नी अंबिका यादव 2015 से 2022 तक अपने बैंक खाते में 3 करोड़ 8 लाख रुपये जमा कराए थे. संजीव हंस गुलाब यादव के जरिए गायत्री को प्रत्येक महीने 2 लाख रुपये देते थे.

SVU के तरफ से दर्ज FIR के अनुसार IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के गायत्री देवी के साथ ताल्लुकात थे. इनके बीच लाखों रुपये के अवैध लेनदेन के भी प्रमाण मिले हैं. संजीव हंस और गुलाब यादव को लेकर कई बड़े खुलासे भी हुए हैं. करोड़ों की आय से अधिक संपत्ति मामले में आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव समेत एक दर्जन आरोपियों पर एफआईआर (FIR) दर्ज की गयी है.

FIR के मुताबिक संजीव हंस मासिक खर्च के लिए 2 लाख रुपये गायत्री देवी को गुलाब यादव और सुनील कुमार सिन्हा के माध्यम से देते थे. ये पैसे गायत्री कुमारी को संजीव हंस के साथ अवैध संबंध की बात को छिपाने या इस पर चुप्पी साधकर रखने के लिए दिए जाते थे. हालांकि गायत्री ने ईडी के समक्ष पूछताछ में यह स्वीकार किया है कि गुलाब यादव उसे पहले 25 हजार रुपये महीने देता था बाद में इस राशि को बढ़ाकर 49 हजार रुपये प्रति महीने कर दिया गया नवंबर 2017 से फरवरी 2022 के बीच 29 लाख रुपये गायत्री कुमारी को दिए गए. यह राशि गुलाब यादव ने उसके बैंक खाते में जमा कराए थे.

संजीव हंस ने गायत्री कुमारी को लखनऊ में 90 लाख रुपये का एक फ्लैट दिया था. यह राशि सुनील सिन्हा और उसकी कंपनी मेसर्स एक्स आर्मी मेंस प्रोटेक्शन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और दो अन्य लोगों दिव्य प्रकाश एवं शिव राज ने 7 बार में गायत्री के बैंक खाते में जमा कराई थी. FIR के अनुसार संजीव हंस ने गायत्री कुमारी को सुनील सिन्हा की मदद से हवाला के जरिए 2 करोड़ 44 लाख रुपये भेजे थे. सुनील सिन्हा IAS अधिकारी के बेहद करीबी थे और उनकी अवैध कमाई के कारोबार में उनकी बड़ी हिस्सेदारी है उसने संजीव हंस से जुड़े कुछ खास फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज भी ED को मुहैया कराए थे.

IAS SANJIV HANS