सिटी पोस्ट लाइव : देश भर में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं.पटना और बिहार में भी साइबर ठगी के मामलों में तेजी आती जा रही है.साइबर ठगी के शिकार पटना के एक नौजवान ने साइबर ठगी के दस लाख वरामद कर लेने में सफलता पाई है.इस मामले के अनुसन्धान में जुटी पुलिस के अनुसार ठगी की रकम को आपके खाते से दूसरे अकाउंट में शिफ्टकर निकासी करने में जालसाज को कम से कम 30 मिनट तक का समय लगता है. इस समयावधि में आप डायल 1930 पर शिकायत दर्ज करा कर अपना पैसा वापस पा सकते हैं.
ठगी के कई मामलों की पुलिस द्वारा समीक्षा करने के बाद ये नतीजा सामने आया है.साइबर फ्रॉड की शिकायत आधे घंटे के अन्दर कर देने पर खाते से लेन-देन पर पुलिस रोक लगा देगी.1 से 31 मार्च के बीच हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करीब 4,200 कॉल आई हैं. पीड़ितों ने लगभग 1.06 करोड़ रुपये गंवा दिए हैं. समय पर शिकायत करने वाले कुछ मामलों में पैसे वापस कराने में भी सफलता मिली है. पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में रहने वाले एक पीड़ित ने समय रहते सूचना दी तो उसके खाते से गायब 10 लाख रुपये वापस आ गए.
1 से 31 मार्च के बीच चार हजार 200 लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है.1 करोड़ छह लाख रुपये की ठगी की गई है.इसमे से एक युवक के 10 लाख रुपये वापस आ गए है.पुलिस के अनुसार टेलीग्राम पर लिंक भेज पार्ट टाइम जाब के नाम पर , फिंगर प्रिंट लेकर आधार नंबर के जरिए ,क्रेडिट कार्ड चालू कराने के नाम पर लिंक भेजकर खाते से पैसे निकाले जा रहे हैं.इतना ही नहीं बल्कि ,वाट्सएप पर वीडियो काल कर ब्लैकमेलिंग से रुपयों की उगाही की जा रही है..आपात स्थिति बता फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से रुपयों की मांग की जाती है..
पुलिस के अनुसार साइबर ठगी के मामलों में 112 प्रतिशत की वृद्धि हुई वर्ष 2019 की तुलना 2022 में हुई है.16 प्रतिशत साइबर ठगी डाटा शेयर करने के कारण हुई तीन महीने में.80 प्रतिशत साइबर ठगी लिंक मिलने के बाद क्लिक करने के कारण हुई.2021 में लिंक शेयर करने से ठगी के मामले ने पाच वर्षों का रिकार्ड तोडा है.