मुजफ्फरपुर कॉल सेंटर कांड मास्टरमाइंड गिरफ्तार.

सिटी पोस्ट लाइव :मुजफ्फरपुर कॉल सेंटर कांड से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल मुजफ्फरपुर में फर्जी जॉब का झांसा देकर सैंकड़ों लड़कियों से यौन शोषण मामले में बिहार पुलिस में बड़ी कामयाबी का दावा किया है.पुलिस ने मुजफ्फरपुर कॉल सेंटर कांड के मुख्य आरोपी तिलक सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है. सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने  100 से अधिक लड़कियों के रेप के आरोप को खारिज कर दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. पुलिस की टीम फिलहाल मामले की जांच के लिए यूपी तक पहुंच गयी है. वहीं इस मामले में अब तक मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में 5-6 लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गयी है. इसमें मुख्य आरोपी तिलक सिंह भी शामिल है.

 

मुजफ्फरपुर में एक गिरोह DVR नाम की फर्जी मार्केटिंग कंपनी बनाकर सोशल मीडिया पर नौकरी देने का पोस्ट डालता था. इसमें लिखा जाता था कि आप इस कंपनी में जॉब करने में इच्छुक है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं. आपको मोटी सैलरी भी दी जाएगी. बड़ी बात यह थी कि नौकरियों का यह विज्ञापन सिर्फ लड़कियों के लिए था. वहीं इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद कई लड़कियों ने संपर्क किया. इसके बाद DVR नाम की फर्जी मार्केटिंग कंपनी ने मोटी रकम का आश्वासन देकर लड़कियों को नौकरी पर रखा. फिर वहां मौजूद कुछ दरिंदों ने बंधक बनाकर कई लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाया. वहां लड़की अगर विरोध करती थी तो उसे बेरहमी से पीटा जाता था, जिसका कई वीडियो भी सामने आया है.

 

पुलिस कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी को अपनी बड़ी सफलता बता रही है लेकिन सच ये है कि  पिछले साल अहियापुर और सदर इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने सभी लड़कियों को मुक्त कराया था. लेकिन उस समय पुलिस ने लड़कियों से ठीक से पूछताछ नहीं की या फिर मामले की लीपापोती कर दी.आगे भी नेटवर्किंग कंपनी बेरोकटोक चलती रही. भांडा तब फूटा जब  छपरा जिले की एक लड़की ने हिम्मत कर कथित कंपनी की एक फर्जी एम्पलाई पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर ने FIR दर्ज करवाया.

 

वहीं पिछले साल भी मई महीने में ओमकार नाम के एक व्यक्ति ने मुज़फ्फपुर के अहियापुर थाने में इसी कंपनी के खिलाफ FIR कराया था. उस वक़्त भी ओमकार ने यह आरोप लगाया था कि DVR कम्पनी में लड़कियों के साथ यौन शोषण होता है. तब पुलिस ने छापेमारी कर 7 लोगों को वहां से बाहर निकाला था.सबसे बड़ा सवाल- जब पहले ही कंपनी की आड़ में यौवन शोषण का मामला सामने आ या था तो फिर कंपनी के खिलाफ कठोर कारवाई क्यों नहीं की गई.उसे आगे भी लड़कियों के शोषण के लिए खुला क्यों छोड़ दिया गया.