हरिवंश के पटना आने से इंडिया में हडकंप .

सिटी पोस्ट लाइव : JDU नेता  हरिवंश के आज पटना पहुँचने को लेकर राजनीतिक गलियारों में तकलों का बाज़ार गर्म है. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में राजेंद्र स्मृति व्याख्यान में बतौर अतिथि वक्ता  हरिवंश भाग लेगें. सियासी गलियारों में हरिवंश-नीतीश मुलाकात को लेकर कयासबाजियां जारी हैं.इस बात की चर्चा ने तब और जोड़ पकड़ लिया जब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया कि 14 जनवरी खरमास समाप्त होने के बाद परिस्थिति के अनुसार, नीतीश कुमार पलटी मार सकते हैं. जीतन राम मांझी ने इसकी वजह बताते हुए नीतीश कुमार की पुरानी बातों की याद दिलाया और कहा कि वह ऐसा करते रहे हैं.

जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार पहले एनडीए का हिस्सा थे. फिर बहाना बनाकर महागठबंधन में आ गए तो तेजस्वी यादव पर चार्जशीट होने पर उन्हें स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा और नहीं हुआ तो फिर वे एनडीए के साथ आ गए. आज भी वही स्थिति है. तेजस्वी यादव सहित उनके परिवार पर चार्जशीट की बातें सामने आई हैं.मांझी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर लालू प्रसाद यादव नीतीश कुमार पर दबाव बना रहे हैं. लेकिन, यह भी तय है कि नीतीश कुमार किसी भी परिस्थिति में अपना सीएम पद छोड़ने वाले नहीं हैं. ऐसे में एक विकल्प है कि 14 जनवरी के बाद या तो वह पलटी मारेंगे और एनडीए में जाना चाहेंगे. ऐसे वक्त में हरिवंश का बिहार दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

सियासत के जानकार कहते हैं कि हरिवंश वह पुल हैं जो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और नीतीश कुमार के बीच एक बड़ा सेतु हैं जो इस बड़े काम को अंजाम दे सकते हैं. हरिवंश के राजनीति में आने का कारण ही नीतीश कुमार रहे हैं और अब वे पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के भी बेहद करीब हैं. अगर नीतीश कुमार किसी भी प्रकार से माइंड चेंज करते हैं तो हरिवंश ही वो महत्वपूर्ण कड़ी हैं जो इन दो सिरों को फिर जोड़ सकते हैं.

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