तेजस्वी और नीतीश के बीच मची श्रेय लेने की होड़.

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में RJD-JDU की सरकार चल रही है.लेकिन दोनों दलों के बीच ,जातीय जनगणना, आरक्षण और बड़े पैमाने पर शिक्षकों को नौकरी  देने का श्रेय लेने की होड़ मची है.  खास तौर पर बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति और अन्य सरकारी नौकरियों की वैकेंसी दिए जाने को लेकर JDU  और RJD  की दावेदारी आमने-सामने है. RJD  जहां डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को फुल क्रेडिट देने में जुटा है वहीं नीतीश सरकार भी अपनी उपलब्धियों का विज्ञापन अखबारों में खूब निकाल रही है.

मुजफ्फरपुर में RJD  कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में युवाओं को नौकरी देने को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पूरा क्रेडिट दिया गया.  इसी सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम तक नहीं लिया गया. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि भाजपा देश में नफरत की राजनीति कर रही है, जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव युवाओं को नौकरी बांट रहे हैं. राजद कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनता को बताएंगे कि राज्य सरकार ने किस तरह से युवाओं को नौकरी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मुखिया, सरपंच, वार्ड पंच व विकास मित्रों का वेतन बढ़ाया है. अगर केंद्र में उनकी (इंडिया अलायंस) सरकार बनी तो बिहार से बेरोजगारी खत्म कर देंगे.

इस सम्मेलन में तेजस्वी यादव के संकल्पों की चर्चा करते हुए बिहार सरकार द्वारा जनहित में उठाए जा रहे कदमों का बखान किया गया. इसमें जाति गणना, आरक्षण का दायरा बढ़ाने एवं अन्य जन कल्याणकारी योजना को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को फुल क्रेडिट दिया गया. इसको संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री वृषिण पटेल ने कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी है और सभी जाति व धर्म के लोगों के विकास में पार्टी लगी हुई है. इस सम्मेलन में नीतीश कुमार का नाम लिए बिना केवल तेजस्वी यादव को खुल्लमखुल्ला क्रेडिट दिए जाने के बाद अगले दिन (शुक्रवार) को नीतीश सरकर की ओर से फुल पेज विज्ञापन दिया गया जिसमें उनकी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं गईं.

अखबारों पर फुल पेज विज्ञापन में खास बात यह रही कि केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही तस्वीर थी और शिक्षा विभाग की उपलब्धियों को गिनाया गया. खास बात यह भी कि इस विज्ञापन के शुरुआत में  लिखा गया- ”माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार के बढ़ते कदम…” बता दें कि शनिवार 13 जनवरी को पटना में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे जाने का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इसे लेकर पटना में लगाए गए पोस्टरों और विज्ञापनों से तेजस्वी यादव की तस्वीर गायब है. अखबारों में दिए गए विज्ञापन में भी तेजस्वी की फोटो नहीं है. विशेष बात यह कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की तस्वीर भी विज्ञापन में नहीं है. वह राजद के कोटे से मंत्री हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जदयू-राजद में सब ठीक है या नहीं?

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