सिटी पोस्ट लाइव : श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित होने अयोध्या पहुंचे राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बिहारवासियों से 22 जनवरी की शाम घरों-मंदिरों में दीप जलाने का निवेदन किया है.उन्होंने कहा कि एक ऐतिहासिक सुअवसर पर राम-विरोधियों का तरह-तरह के अनर्गल प्रश्न उठाना दुखद है.उन्होंने कहा कि जो लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति पर आपत्ति कर रहे हैं, उन्हें क्या पता नहीं कि प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन किया था. उस समय प्रधानमंत्री नेहरू राजेंद्र बाबू के निर्णय के विरुद्ध थे. आज नेहरू की पार्टी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा रही है.
मोदी ने कहा कि 1973 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरिद्वार के भारत माता मंदिर का उद्घाटन किया था, लेकिन आज कांग्रेस को अपना यह इतिहास याद करना असुविधाजनक लग रहा है.राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने सभी कार्यालयों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों और केंद्रीय संस्थानों में 22 जनवरी को आधे दिन का अवकाश रखने की घोषणा कर बहुसंखयक समुदाय की धार्मिक भावना का सम्मान किया है.बिहार में भी हिंदू समाज के लोग 22 जनवरी को दिन में पूजा-पाठ और शाम को दीपावली मनाने वाले हैं. आइएनडीआइए वाले भी कुछ राज्य सहित देश के लगभग सभी राज्यों में अवकाश घोषित की गई है.
विवेक ठाकुर ने कहा बिहार में भी सरकार को इस बड़े समुदाय की आस्था का सम्मान करते हुए राजनीति से ऊपर उठकर अवकाश घोषित करनी चाहिए थी. लेकिन तुष्टिकरण को मानसिकता वाली बिहार में महागठबंधन की सरकार ने ऐसा नहीं किया.विवेक ठाकुर ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए पूर्व उप प्रधानमंत्री कृष्ण आडवाणी द्वारा निकाले गए राम रथ यात्रा को जिस प्रकार बिहार में रोका गया था, उसकी पुनरावृति कर फिर से वही संवाद देने की महागठबंधन सरकार कोशिश कर रही है. बहुसंख्य समाज इसे याद रखेगा.