सांसदों से मिलेंगे नीतीश कुमार, चुनाव की तैयारी का लेंगे फीडबैक.

सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव कभी भी हो सकता है.लोक सभा चुनाव की तैयारी में सभी दल अभी से जुट गये हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. उन्होंने पहले पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई. फिर दो दिन पहले अपने विधायकों और विधान पार्षदों से अपने आवास पर वन टू वन मुलाकात की. अब सांसदों से मुलाकात करेंगे.बताया जा रहा है कि दिल्ली में उनकी जदयू सांसद से मुलाकात हो सकती है.

 

दो दिन पहले सीएम नीतीश ने अपने आवास पर वन टू वन पार्टी विधायकों से मुलाकात की थी. विधायकों से बातचीत में नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा था.जेडीयू के विधायकों ने  मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बताया कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की समस्याओं पर बातचीत की और कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर रहिए. कहीं कोई भी दिक्कत हो तो मुझसे बात कीजिए.

 

विधायकों-सांसदों से वे जानकारी हासिल कर रहे कि कौन-कौन से विकास कार्य धीमी गति से चल रहे हैं. कौन से काम पेंडिंग हैं. फीडबैक के अनुसार काम तेजी से करवाए जाएं. इसके साथ ही चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया जा सके. नीतीश विकास कार्यों के जरिए जनता के बीच गुड गवर्नेंस का मैसेज देना चाहते हैं.कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने अफसरों को भी चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था. यहां तक कहा था कि कभी भी चुनाव हो सकता है इसलिए तैयार रहिए. उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए थे.

 

नीतीश कुमार आगे क्या कदम उठाने वाले हैं। ये उनकी पार्टी में किसी को पता नहीं होता. वे समय आने पर अपनी रणनीति स्पष्ट करते हैं. वे अपने विधायकों को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कह रहे हैं. उन्हें आशंका है कि कभी भी चुनाव हो सकता है.नीतीश जानते हैं कि बीजेपी बहुत तेज तरीके से बिहार को 2024 में साधना चाहती है. इसके लिए कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. अमित शाह का दौरा लखीसराय में हो चुका है. बीजेपी ने 10 लोकसभा क्षेत्रों का चयन किया है, जिस पर ज्यादा फोकस कर रही है. इसमें वाल्मीकिनगर, गोपालगंज, वैशाली, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया, मुंगेर, नवादा और गया शामिल हैं। इसलिए प्रतिद्वंदी पार्टी को मात देने की तैयारी में जुटे हैं.

गौरतलब है  कि नीतीश कुमार दबाव में रहकर राजनीति नहीं करते. पिछली बार लालू प्रसाद का साथ दबाव के कारण ही छोड़ा था. इस बार किसी भी वजह से उन पर दबाव पड़ा तो वे बड़ा फैसला ले सकते हैं. जानकारी है लालू प्रसाद चाहते हैं कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए.नीतीश कुमार आगामी विधान सभा चुनाव से पहले सीएम की कुर्सी छोड़नेवाले नहीं है.

CM Nitish Kumar