सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं को नए साल का बड़ा बड़ा तोहफा दिया है. हड़ताल अवधि में चयनमुक्त की गयी यानीं नौकरी से निकाली गईं 10203 सेविका एवं 8016 सहायिका वापस नौकरी में होंगी. इसके साथ ही आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में भी सम्मानजनक वृद्धि करने का सीएम नीतीश ने निर्देश दिया है .
बिहार में पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहीं आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के शिष्टमंडल ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने अपनी समस्यायें मुख्यमंत्री के सामने रखीं. मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की समस्याओं को सुनने के बाद कहा कि में आंगनबाड़ी सेवाओं में बेहतरी के लिये कई कदम उठाये गये हैं. आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं का मानदेय में समय-समय पर वृद्धि की जाती रही है.
सीएम ने कहा कि आप सबने जो मांग की है, उसके आधार पर आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जायेगी. उन्होंने कहा कि जो आंगनबाड़ी सेविकायें एवं सहायिकायें हड़ताल अवधि में चयनमुक्त कर दी गयीं थी, उनकी वापसी की जायेगी. मुख्यमंत्री के इस निर्णय पर बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है.
लगभग 18000 से भी अधिक की संख्या में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका पर कार्रवाई करते हुए उनके सेवा को सरकार ने समाप्त करने का निर्णय लिया था लेकिन शनिवार को आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि इन सबों की सेवा बहाल की जाए और साथ ही इनका मानदेय भी बढ़ाया जाए.मंत्री मदन सहनी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से लाखों की संख्या में बिहार में काम कर रही आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को बड़ी मदद मिलेगी. बिहार में हो रहे विकास कार्यों में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की महत्वपूर्ण भूमिका है और इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह निर्णय लिया है.