सिटी पोस्ट लाइव : लोक सभा चुनाव में सीट बटवारे को लेकर वाम दल इंडिया गठबंधन के लिए संकट की वजह नहीं बनेगें.माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी का कहना है कि प्रदेश में राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दल पूरी एकजुट होकर भाजपा को हराने का काम करेंगे.माकपा नेता ने कहा कि प्रत्येक सीट पर अपना संयुक्त उम्मीदवार ही उतारेंगे. महागठबंधन के सामने हमने उजियारपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और महाराजगंज सीट का प्रस्ताव रखा है. हालांकि भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने हेतु अपने हिस्से की सीटें भी कुर्बान करना पड़े तो करेंगे.
भाकपा ने बेगूसराय, मधुबनी और बांका लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव महागठबंधन में रखा है. इसी तरह भाकपा माले ने आरा, जहानाबाद, सीवान, काराकट, बाल्मिकीनगर, पाटलिपुत्र, बक्सर और कटिहार सीट पर चुनाव लडने का प्रस्ताव रखा है. लेकिन वाम दल भाजपा को हराने के लिए अपने हिस्से की सीटें महागठबंधन को देने को तैयार हैं.
भाकपा बेगूसराय में, माकपा उजियारपुर में और माले आरा व काराकट में मजबूत स्थिति में है. 2019 के लोकसभा चुनाव में आरा सीट पर माले उम्मीदवार दूसरे स्थान पर था. जबकि बेगूसराय में भाकपा उम्मीदवार दूसरे स्थान पर था.बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग के मामले में जदयू व राजद ड्राइविंग सीट पर है क्योंकि यही दल तय करेंगे कि भाजपा को हराने हेतु वाम दलों व कांग्रेस को कितनी सीटें दी जाए.
यदि माले दो, माकपा और भाकपा एक-एक सीट भी मिलती है, तो ये दल विरोध नहीं करेंगे; क्योंकि वाम दलों का मानना है कि हमारा मकसद भाजपा को हराना है.ये दल सिर्फ यह चाहते हैं कि सीट शेयरिंग के मामले में घटक दलों के बीच आम सहमित बन जाए, ताकि कार्यकर्ता और नेता अपनी पूरी ताकत के साथ अभी से चुनाव प्रचार में उतर जायें.