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मुजफ्फरपुर। जिले के मनियारी थाना क्षेत्र के महंत मनियारी पंचायत के बिशनपुर टोला वार्ड नंबर 12 में एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां खाना बनाने के दौरान उठी चिंगारी से अचानक आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास के घरों को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों के प्रयासों के बावजूद, आग तेजी से फैलती रही और कुछ ही देर में आधा दर्जन से अधिक घर जलकर खाक हो गए।
फायर ब्रिगेड पहुंचने के पहले ही राख हो चुके थे कई घर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार को दोपहर के समय एक घर में खाना पकाया जा रहा था। इसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी ने अचानक आग का रूप ले लिया। गर्मी और हवा के कारण आग तेजी से फैलने लगी और पास के कई घर इसकी चपेट में आ गए। ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही समय में कई घर राख में तब्दील हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच मनियारी थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को सूचित किया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि, तब तक कई घर पूरी तरह जल चुके थे और लाखों की संपत्ति का नुकसान हो चुका था।

कई परिवार बेघर, लाखों का नुकसान
इस आगजनी की घटना में कई परिवार बेघर हो गए हैं और उनका कीमती सामान जलकर राख हो गया है। पीड़ितों में शामिल कांति देवी, जिनके पति स्वर्गीय बंशीराम थे, उनके घर में रखा लगभग 50 हजार रुपये की संपत्ति आग में नष्ट हो गई। इसी तरह, रेखा देवी, पति उमेश राम, के घर का सामान भी जलकर खाक हो गया, जिससे उन्हें करीब 50-60 हजार रुपये की आर्थिक क्षति हुई है।
इसके अलावा, भिखारी राम, रंजीत राम, कृष्णा राम, महेश राम, नितेश कुमार, राम शंकर, मुकेश राम और महेंद्र राम समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों के घर जलकर नष्ट हो गए। आगजनी में लोगों के कपड़े, खाने-पीने का सामान, बिस्तर, अनाज और अन्य जरूरी सामान भी जल गया, जिससे पीड़ित परिवारों की स्थिति दयनीय हो गई है।

प्रशासन करेगा पीड़ितों की मदद
आग की घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। प्रशासन द्वारा आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मनियारी थाना प्रभारी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि आग खाना बनाने के दौरान चिंगारी से लगी थी। हालांकि, मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आग पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी। अनाज, टेंट, कपड़े और अन्य जरूरी सामान जल्द ही उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।

पीड़ित परिवारों ने लगाई सरकार से गुहार
इस हादसे के बाद कई परिवारों के सिर से छत छिन गई है। कुछ परिवारों को रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने आश्रय दिया है, जबकि कुछ लोग अस्थायी रूप से खुले में रहने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें रहने के लिए अस्थायी आवास और पुनर्वास सहायता उपलब्ध कराई जाए। कई परिवारों का कहना है कि उनका जीवनयापन आग में जल गई संपत्ति पर निर्भर था और अब वे पूरी तरह असहाय हो गए हैं।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में फायर ब्रिगेड की सुविधा पर्याप्त नहीं है, जिससे आग जैसी घटनाओं को रोकने में कठिनाई होती है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह की आपदाओं से बचने के लिए उचित व्यवस्था की जाए और आग से प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।

तत्काल दी जाएगी पीड़ितों को सहायता : जिला प्रशासन
मनियारी थाना के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आग चूल्हे से उठी चिंगारी के कारण लगी थी। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन इस घटना पर पूरी नजर रख रहा है और पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “हमने प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिनके घर जल गए हैं, उन्हें तत्काल सहायता दी जाएगी और उनके पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”
मुजफ्फरपुर में हुई इस दर्दनाक घटना ने कई परिवारों को बेघर कर दिया और उन्हें गंभीर संकट में डाल दिया है। प्रशासन की ओर से राहत पहुंचाने का कार्य जारी है, लेकिन आग से हुई क्षति की भरपाई करना मुश्किल होगा। पीड़ित परिवारों को सरकार से जल्द से जल्द सहायता मिलने की उम्मीद है ताकि वे अपने जीवन को फिर से संवार सकें।