पप्पू यादव ने खुद को घोषित किया महागठबंधन का CM चेहरा, RJD आवाक

पप्पू यादव ने गिनाए वे पांच गुण जो उन्हें बनाते हैं सीएम मेटेरियल

Deepak Sharma

सिटी पोस्ट लाइव
पटना: कांग्रेस को समर्थन दे रहे पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने ऐसी बात कह दी है जिससे राजद और कांग्रेस के नेताओं में गहरा गुस्सा है और बीजेपी-एनडीए के नेता मज़े ले रहे हैं। पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में सीएम मेटेरियल एक ही है और वह है पप्पू यादव। मुख्यमंत्री बनने के सारे गुण मुझमें मौजूद हैं। पप्पू यादव ने अपने वे गुण भी गिनाए जिनकी वजह से वे सीएम मेटेरियल हैं।

पहला गुण – मैं झूठ नहीं बोलता हूं। दूसरा गुण- मैं लोगों की सेवा करता हूं, सबकी मदद करने जाता हूं। तीसरा गुण – मेरे से ज़्यादा संघर्ष कौन करता है? चौथा गुण – जात-पात नहीं करता हूं, हिन्दू-मुस्लिम नहीं करता हूं और पांचवा गुण कि सच्चाई के साथ खड़ा रहता हूं और चुनाव के समय गिरगिट की तरह रंग नहीं बदलता और पांच साल लोगों की मदद के लिए खड़ा रहता हूं। हालांकि, अपने गुणों के बखान के साथ-साथ पप्पू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तारीफ़ की। पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार से बेहतर सीएम बिहार में कोई नहीं है। नीतीश कुमार के बगैर बीजेपी की बिहार में कोई बात नहीं कर सकता। बिहार में नीतीश कुमार के बगैर एनडीए में कोई दम नहीं है।

पप्पू यादव ने यह भी कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि नीतीश कुमार ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है, वे गलत कह रहे हैं। नीतीश कुमार ने अपना मानसिक संतुलन नहीं खोया है। उनकी उम्र हो गई है और अब उम्र अपना असर दिखा रही है, लेकिन बीजेपी से लेकर उनकी पार्टी जदयू के नेता तक सब मज़े ले रहे हैं। नीतीश कुमार को डॉक्टरों की टीम की ज़रूरत है। उन्हें इलाज़ की सख्त ज़रूरत है। पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार का ख्याल उनका बेटा ही रख सकता है।

कल जब एनएसयूआई के प्रभारी और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कन्हैया कुमार पटना पहुंचे, तो जमकर बिहार का सीएम कैसा हो, कन्हैया कुमार जैसा हो के नारे लगे थे, अब पप्पू यादव ने खुद को सीएम कैंडिडेट बता दिया है, उधर विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कह दिया है कि मुख्यमंत्री चुनाव के बाद तय होगा। सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस पर फैसला लेंगे, कुल मिलाकर आरजेडी ने तेजस्वी यादव को जिस तरह से बिना महागठबंधन के दूसरे दलों से सहमति लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया था, उसे कांग्रेस और महागठबंधन के दूसरे दलों से चुनौती मिलने लगी है। अब देखना यह है कि आरजेडी इसे मैनेज कर पाती है या नहीं।

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