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जमुई: झाझा के बलियाडीह गांव में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के मुख्य आरोपी, गांव के सरपंच एकलाख हसन उर्फ अखलाक हसन को पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को पुलिस आरोपी को जमुई लेकर पहुंची, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि 16 फरवरी को हनुमान चालीसा पाठ कर लौट रहे हिंदू स्वाभिमान संगठन के काफिले पर हमला किया गया था, जिसमें 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इस मामले में एक पक्ष के 41 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जबकि दूसरे पक्ष से 9 लोगों को आरोपी बनाया गया। अब तक दोनों पक्षों के 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। घटना के बाद मुख्य आरोपी एकलाख हसन फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर कोलकाता के डोमजोर थाना क्षेत्र (बांकरा ओपी) से उसे गिरफ्तार कर लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शिव मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे हिंदू स्वाभिमान संगठन के सदस्यों पर जैसे ही काफिला मस्जिद के पास पहुंचा, पथराव और लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। इस दौरान दर्जनों वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए और भगदड़ मच गई। इलाके में तनाव बढ़ने के कारण प्रशासन ने दो दिनों तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी थी।
इस घटना के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। दूसरे समुदाय से सिर्फ 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई, जबकि हिंदू संगठन की चर्चित कार्यकर्ता खुशबू पांडे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसे लेकर हिंदू संगठनों में आक्रोश है और वे इसे एकतरफा कार्रवाई बता रहे हैं। झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि अब हालात सामान्य हैं, लेकिन बाकी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही सभी दोषियों को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की है।