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डुमरांव । आगामी मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 से पहले जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने मिलकर जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में एक मॉक टेस्ट का आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया। इस मॉक टेस्ट के दौरान छात्र उत्साहित दिखाई दिए और उन्हें वार्षिक परीक्षा को लेकर किसी प्रकार का भय नहीं नजर आया।

मॉक टेस्ट के आयोजन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने डुमरांव के पांच स्कूलों का चयन किया था, जिनमें सीपीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय डुमरांव, राज प्लस टू उच्च विद्यालय डुमरांव, महारानी उषा रानी बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय, प्लस टू उच्च विद्यालय चिलहरी और प्लस टू उच्च विद्यालय पुराना भोजपुर के छात्रों को शामिल किया गया था।
इस मौखिक परीक्षा का आयोजन डुमरांव के सीपीएसएस हाई स्कूल में हुआ, जहां के प्रधानाध्यापक डॉ. अशफाक अहमद थे। मॉक टेस्ट के दौरान छात्रों ने अपनी तैयारी का आकलन किया और इस प्रयास के लिए शिक्षा विभाग को धन्यवाद दिया।

राज हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक अनुराग मिश्र ने बताया कि इस मॉक टेस्ट का उद्देश्य छात्रों की परीक्षा की तैयारी को परखना और उन्हें परीक्षा के डर से मुक्त करना था। उन्होंने बताया कि परीक्षा का मूल्यांकन बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की प्रक्रिया के तहत केंद्रीकृत तरीके से किया गया था, जिसे सीपीएसएस हाई स्कूल प्रबंधन ने सफलतापूर्वक संचालित किया। सभी स्कूलों ने उच्च स्तर की भागीदारी दिखाई और सभी विशेषज्ञ शिक्षकों ने कॉपियों का मूल्यांकन किया, जिसके बाद तुरंत परिणाम भी घोषित किया गया।
मॉक टेस्ट का निरीक्षण करने आए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश उपाध्याय का छात्रों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान डीपीओ ने छात्रों को उत्साहित करते हुए कहा कि परीक्षा कोई बला नहीं है, बल्कि यह एक कला है। उन्होंने मैट्रिक परीक्षा में भाग ले रहे छात्रों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि सही दिशा और कुशल मार्गदर्शन में किया गया परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।

मॉक टेस्ट को सफल बनाने में महारानी उषा रानी के प्रधानाध्यापक सचिंद्र तिवारी, चिलहरी उच्च विद्यालय के हनुमान प्रसाद और नया भोजपुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक फिरोज खान, सीपीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय के वरिष्ठ लिपिक बृजेश शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। परिणाम घोषित होने के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी को धन्यवाद दिया और जिन बच्चों के अंक थोड़े कम थे, उनका उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आपके पास अब भी 15-20 दिन हैं, इन दिनों का सही उपयोग करें और परीक्षा की अच्छी तैयारी करें।