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पटना: लालू प्रसाद यादव की बेटी और छपरा से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी रोहिणी आचार्य ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं पर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि “नीतीश कुमार को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था, इस प्रकार महिलाओं का अपमान हो रहा है और इसे पूरी जनता देख रही है।” रोहिणी ने यह भी कहा कि “महिलाओं को लेकर हमें नीतीश कुमार से कोई उम्मीद नहीं है, उनका यह बयान असंवेदनशील और शर्मनाक है।”
इसके बाद, रोहिणी ने तेजस्वी यादव को लेकर अपनी बात रखी, जिसमें उन्होंने तेजस्वी को “भारत की ऊर्जा” बताया। उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव ने महिला मान-सम्मान योजना के तहत हर महिला के खाते में 2500 रुपये साथ ही वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर देने का घोषणा किया था। इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने यह भी कहा था कि जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बनेंगे तो पहले कलम से 15 लाख नौकरियां देंगे। रोहिणी ने कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन को एक नई दिशा मिल सकती है और उनकी ऊर्जा बिहार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
पशुपति पारस के महागठबंधन में शामिल होने की संभावना पर रोहिणी ने कहा, “यह तो केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा, हम इस पर क्या कह सकते हैं?” वहीं, जीतन राम मांझी के बयान पर तंज कसते हुए रोहिणी ने कहा, “पहले जीतन राम मांझी को यह बताना चाहिए कि वह कहां जा रहे हैं। वह विधानसभा चुनाव तक ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ रहेंगे या नहीं, यह सवाल उठाना चाहिए। उनकी बातों में स्थिरता नहीं है। कभी कहते हैं कि शराब पीना चाहिए, कभी कहते हैं कि शराब नहीं पीनी चाहिए।” रोहिणी ने आगे कहा, “हमारे लिए रामविलास अंकल, पारस अंकल और नीतीश अंकल हैं और वे हमेशा रहेंगे। लेकिन जीतन राम मांझी की राजनीति केवल सत्ता के लिए है। जहां सत्ता होगी, वह वहां जाएंगे। उनका बस एक ही उद्देश्य है – पैसे और सट्टे का माल।”