सिटी पोस्ट लाइव :मकर संक्रांति के मौके पर बिहार के राजनीतिक गलियारे दही-चूड़ा का भोज का आयोजन किया जा रहा है. 14 जनवरी को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के यहां दही-चूड़ा भोज आयोजित हुआ.केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी दही-चूड़ा भोज का आयोजन मंगलवार को ही किया था. अब चिराग पासवान के बाद अब उनके चाचा पशुपति कुमार पारस चुनावी साल में आज यानि 15 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का आयोजन करने जा रहे हैं.
पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को खुद लालू प्रसाद यादव के पास जाकर उनको दही-चूड़ा भोज में आने का न्योता दिया. पशुपति कुमार पारस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी दही-चूड़ा भोज में आने का निमंत्रण दिया है. अब ऐसे में सियासी गलियारे में चर्चा यह भी हो रही है कि क्या पशुपति कुमार पारस के यहां नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की मुलाकात होगी? हालांकि बिहार के ताजा राजनीतिक हालातों को देखते हुए ऐसी संभावनाएं फिलहाल तो कम ही दिखती है. लेकिन, बिहार में दही-चूड़ा भोज के दौरान बड़े खेल के पुराने इतिहास को देखे तो कुछ भी असंभव सा नहीं दिखता है.
दरअसल बिहार की राजनीति में मंगलवार की शाम उस दौरान एक नया मोड़ देखने को मिला जब पूर्व केंद्रीय मंत्री लोकजनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर पहुंच गए. इस दौरान पशुपति कुमार पारस ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. पशुपति कुमार पारस ने लालू यादव को अपने घर दही-चूड़ा के भोज में आने को लेकर निमंत्रण दिया. सियासी गलियारे में यह मुलाक़ात इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्यों कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस अभी भी अपने आप को NDA घटक दल का सदस्य बताते है. ऐसे में लालू प्रसाद यादव से हुई उनकी यह मुलाक़ात काफी अहम मानी जा रही है.
क्या नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव दोनों पशुपति कुमार पारस के यहां दही-चूड़ा के भोज में जाएंगे और यदि जाएंगे तो क्या वहां दोनों के मिलने ही संभावना है? ऐसा भी संभव है कि दोनों पहुंचने का समय अलग-अलग हो सकता है. नीतीश कुमार जिस तरह से चिराग पासवान के बुलावे उनके यहां दही-चूड़ा भोज में पहुंच गए थे क्या उसी तरह वह पशुपति कुमार पारस के यहां भी भोज में जायेगें?