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पटना : पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने आज (12 जनवरी) को बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बिहार बंद का आह्वान किया है। इस बंद का प्रभाव पटना, मोतिहारप, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, कटिहार समेत कई जिलों में देखने को मिला। पप्पू यादव के समर्थकों ने पटना के अशोक राजपथ पर बीपीएससी परीक्षा रद्द करने और पुनः परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पटना में प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की और माहौल बिगाड़ दिया। ओवैसी और चंद्रशेखर आजाद की पार्टियों ने भी इस बंद का समर्थन किया। प्रदर्शन के दौरान टायर जलाए गए और सड़कों को जाम कर दिया गया।
पटना के अशोक राजपथ पर आगजनी-तोड़फोड़
अशोक राजपथ पर आज बिहार बंद को लेकर भारी उत्पात मचा हुआ है। बंद समर्थकों ने सरकारी काम में लगी गाड़ियों पर तोड़फोड़ की और सड़क पर जबरदस्त हंगामा किया। इन समर्थकों ने न केवल गाड़ियों को नुकसान पहुँचाया, बल्कि दुकानों में भी तोड़फोड़ करने की कोशिश की। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है, लेकिन बंद समर्थक लगातार उत्पात मचाते हुए दुकानों को बंद करने के लिए दबाव बना रहे हैं। पटना के डाक बंगला चौराहा पर हुए उग्र प्रदर्शन और तोड़फोड़ की घटना के बाद कोतवाली के डीएसपी कृष्ण बिहारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
उत्पात मचा रहे कई लोगों को हिरासत में लिया गया है अगर कहीं और भी तोड़फोड़ हुई है, तो अन्य थानों से जानकारी लेकर मामले की पूरी जांच की जाएगी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने जरूरी कदम उठाए हैं और आने वाले समय में पूरी जानकारी साझा की जाएगी।
कृष्ण बिहारी, डीएसपी
पटना के अशोक राजपथ पर बंद समर्थक जबरदस्ती सड़क जाम कर रहे हैं और लोगों को अपनी मंजिल तक जाने से रोक रहे हैं। एक युवक के साथ बंद समर्थकों की झड़प का भी वीडियो सामने आया है, जो यह दर्शाता है कि स्थिति कितनी तनावपूर्ण हो चुकी है। हंगामा बढ़ने के कारण सड़क पर यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो गया है और कई लोग फंस गए हैं।
साथ ही पटना के गांधी मैदान में समर्थकों ने एक मिठाई की दुकान में जमकर तोड़फोड़ की। यह घटना तब हुई जब बंद समर्थक सड़क पर उत्पात मचाते हुए दुकानों को निशाना बना रहे थे। इस दौरान दुकान में रखा सामान भी बर्बाद किया गया, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ। समर्थकों का यह उग्र प्रदर्शन साफ दर्शाता है कि उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है और वे लगातार अपनी मांगों को लेकर उग्र हो रहे हैं। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन बंद समर्थक लगातार उत्पात मचाते रहे।
प्रशासन के लिए स्थिति संभालना मुश्किल
सड़क जाम और आगजनी के कारण राजपथ पर भारी भीड़ जमा हो गई है, जिससे प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया है। इन घटनाओं से पटना शहर में तनाव का माहौल बन गया है। हमारे संवाददाता मरगूब आलम ने घटनास्थल का जायजा लिया और बताया कि बंद समर्थकों के उत्पात से राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल है।
वहीं बिहार के विभिन्न हिस्सों में बीपीएससी री-एग्जाम की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का उग्र विरोध जारी है। पटना समेत कई शहरों में अभ्यर्थी “बिहार सरकार होश में आओ” के नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे। इन अभ्यर्थियों ने बैनर लेकर प्रदर्शन किया और सरकार से अपनी मांगें पूरी करने की अपील की।
सड़क पर उत्पात मचाते हुए, विरोध करने वाले अभ्यर्थियों ने वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया और टायर जलाकर सड़क जाम कर दी। इस कारण आम जनता को भारी यातायात संकट का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक बिहार सरकार री-एग्जाम नहीं करवाती, तब तक यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो बीपीएससी री-एग्जाम को लेकर यह संघर्ष और भी बड़े स्तर पर जारी रहेगा।
पप्पू यादव, सामाजिक कार्यकर्ता
सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू यादव के आह्वान के बाद यह विरोध और भी तेज हो गया है। यह आंदोलन अब राज्य भर में फैल चुका है और अभ्यर्थियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। स्थिति पूरी तरह से तनावपूर्ण बन गई है, और अब यह देखना होगा कि सरकार किस तरह से इस मामले में कदम उठाती है।
सड़कों पर खुद उतरे पप्पू यादव
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव खुद सड़कों पर आ गए हैं। उन्होंने पटना में बंद को सफल बनाने के लिए बाजारों को बंद करवाया। पप्पू यादव ने बिहार बंद के दौरान सिर्फ बाजार बंद करने की अपील की थी, और स्पष्ट किया था कि इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों को बाधित नहीं किया जाएगा और न ही ट्रेनें रोकी जाएंगी। इसके बावजूद, उनके समर्थकों ने उनके निर्देशों का उल्लंघन करते हुए राज्यभर में हंगामा मचाया।
पप्पू यादव के समर्थकों के हाथों में नीतीश कुमार का आपत्तिजनक पोस्टर
राजधानी की विभिन्न सड़कों पर बंद समर्थकों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसी दौरान, एक प्रदर्शनकारी के हाथ में बिहार के मुख्यमंत्री से जुड़ा एक पोस्टर देखा गया, जिसमें नीतीश कुमार के खिलाफ बेहद निजी और गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस पोस्टर में मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक बातें लिखी थीं। वहीं, उस प्रदर्शनकारी के साथी को एक बस में तोड़फोड़ करते हुए देखा गया।
समस्तीपुर में ट्रेन रोकी गई
प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेल मार्ग पर भोला टॉकीज के पास ट्रेन का संचालन रुक गया। इस दौरान वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस को लगभग 20-25 मिनट तक रोका गया। प्रदर्शनकारियों ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग की। यह पप्पू यादव का बिहार बंद का दूसरा मौका था। इससे पहले 3 जनवरी को भी बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में चक्का जाम किया गया था।
मोतिहारी में एनएच जाम
बिहार बंद का असर मोतिहारी में भी देखने को मिला, जहां आज सुबह पप्पू यादव के समर्थकों ने शहर से गुजरने वाली एनएच पर जाम लगा दिया। उनके समर्थकों ने सड़क पर आग लगाकर ट्रैफिक रोक दिया, जिससे सैकड़ों वाहन और यात्री फंस गए। सबसे ज्यादा परेशानी एंबुलेंस में यात्रा कर रहे मरीजों और उनके परिजनों को हुई। इस दौरान पप्पू यादव की युवा ब्रिगेड ने नीतीश कुमार और बीपीएससी चेयरमैन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और उन्हें पेपर लीक मामले में दोषी और बिहारी युवाओं की प्रतिभा को दबाने का आरोप लगाया। इस जाम की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद पप्पू यादव के समर्थकों को समझाकर जाम खुलवाया।
अररिया में AIMIM और भीम आर्मी का समर्थन
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने 70वीं बीपीएससी परीक्षा को दोबारा आयोजित करने और पेपर लीक प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर बिहार बंद का आह्वान किया। अररिया में इस बंद को AIMIM और भीम आर्मी का समर्थन मिला। पप्पू यादव की युवा शक्ति के सदस्य AIMIM और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर उतरे और बाजारों में जाकर दुकानों को जबरन बंद करवाया।
बंद समर्थकों ने बाजारों में घूमते हुए दुकानदारों पर दबाव बनाया और राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (फोरलेन) को जाम कर यातायात बाधित कर दिया। इसके कारण सड़क पर वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर विरोध जताया और बीपीएससी चेयरमैन व राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी की। अपने समर्थन में तख्तियां उठाए बंद समर्थक सड़कों और बाजारों में प्रदर्शन करते नजर आए। युवा शक्ति के जितेंद्र यादव और AIMIM व भीम आर्मी के अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के कई समूह बंद को सफल बनाने में सक्रिय रहे।
कटिहार में बाइक सवार से झड़प
कटिहार में बिहार बंद के तहत पप्पू यादव के समर्थकों ने यातायात रोककर 70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने और री-एग्जाम की मांग की। इसी दौरान, एक बाइक सवार ने “पप्पू यादव मुर्दाबाद” के नारे लगाए, जिससे गुस्साए समर्थकों ने उसकी पिटाई कर दी। प्रदर्शनकारी नेताओं ने यह चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और अधिक उग्र रूप लेगा।
सासाराम में बंद के दौरान नारेबाजी और प्रदर्शन
बिहार बंद के आह्वान पर पप्पू यादव के समर्थकों ने रोहतास जिले के सासाराम में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष तोराब नियाज़ी और लालसाहेब सिंह ने संयुक्त रूप से किया। जाप के पूर्व जिला अध्यक्ष ई विशाल कुशवाहा ने कहा कि बीपीएससी छात्रों की मांगों के समर्थन में धरना, अनशन, पुतला दहन और चक्का जाम जैसे विभिन्न चरणों में आंदोलन हुआ। जब सरकार ने छात्रों की मांगों को नजरअंदाज किया, तब इस गूंगी-बहरी सरकार तक छात्रों, युवाओं और किसानों की आवाज़ को पहुंचाने के लिए बिहार बंद को मजबूरन आयोजित करना पड़ा। इस दौरान सासाराम में विनोद सिंह यादव, सागर यादव, मनीष कुशवाहा, धनजी यादव, राहुल कुमार, महमूद अलम, समीर, काशी यादव, विजय बैठा, अजित राम, रंगनाथ सिंह, सोनू गुप्ता सहित कई लोग उपस्थित थे।
मुजफ्फरपुर की सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के समर्थकों ने मुजफ्फरपुर की सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया और नीतीश सरकार के खिलाफ तीखे नारे लगाए। प्रदर्शन में शामिल समर्थक वेद प्रकाश ने बताया कि उनके नेता पप्पू यादव के निर्देश पर राज्यभर में प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हम सड़क पर उतरकर प्रदर्शन और जाम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की “गूंगी और बहरी” सरकार ने बीपीएससी छात्रों पर लाठीचार्ज कर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की है, जिसे हम सख्ती से विरोध करते हैं।
गरीबों पर इस तरह का जुल्म सहन नहीं किया जाएगा। हमारी मांग है कि सरकार बीपीएससी की परीक्षा दोबारा आयोजित करे। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और भी बड़ा रूप लेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी बिहार सरकार की होगी। पप्पू यादव के नेतृत्व में छात्रों के अधिकारों की लड़ाई लगातार जारी रहेगी।
वेद प्रकाश, बंद समर्थक