सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के सबसे ख़ास पूर्व मंत्री आलोक मेहता ईडी के चक्कर में फंस गये हैं. ‘दि वैशाली शहरी विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड’ में हुए सैकड़ों करोड़ के घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की. आलोक मेहता के पिता तुलसीदास मेहता ने लगभग 37 साल पहले ‘दि वैशाली शहरी विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड’ की स्थापना थी तुलसीदास मेहता कई बार विधायक और राज्य सरकार में मंत्री भी रहे थे.उन्होंने अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर बैंक की स्थापना की. हजारों लोग इससे जुड़ गये. 2019 में तुलसीदास मेहता का निधन होने के बाद उनके बेटे आलोक मेहता ने पुश्तैनी बैंक की जिम्मेदारी संभाली. घोटाले का खुलासा होने के बाद आलोक मेहता बैंक से अलग हो गए.
अब उनके भतीजे संजीव कुमार मेहता ‘दि वैशाली शहरी विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड’ के चेयरमैन हैं.’दि वैशाली शहरी विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड’ की वेबसाइट पर संजीव कुमार के संदेश में 2021-22 की वार्षिक आम बैठक (AGM) की रिपोर्ट है. इस रिपोर्ट में पिछले पांच वित्तीय वर्षों में से चार साल बैंक का शुद्ध मुनाफा एक करोड़ रुपए से ज्यादा दिखाया गया है. वर्तमान में बैंक के लगभग 24 हजार ग्राहक हैं. बैंक पर आरोप है कि उसने लिच्छवी कोल्ड स्टोरेज प्राइवेट लिमिटेड और महुआ कोऑपरेटिव कोल्ड स्टोरेज को लगभग 60 करोड़ रुपए का कर्ज दबा लिया. ये दोनों कंपनियां मेहता परिवार से जुड़ी हैं. कर्ज देने में नियमों का पालन नहीं किया गया. इसके अलावा, लगभग 30 करोड़ रुपए फर्जी पहचान पत्र और फर्जी LIC पेपर के आधार पर निकालने का भी आरोप है.
इन मामलों में तीन मुकदमे दर्ज हैं. इन्हीं मुकदमों की जांच के आधार पर ED ने ये कार्रवाई की है. 1996 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ‘दि वैशाली शहरी विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड’ को लाइसेंस दिया था. उस समय आलोक मेहता बैंक के चेयरमैन थे. 2012 में आलोक मेहता ने चेयरमैन का पद छोड़ दिया और उनके पिता तुलसीदास मेहता फिर से अध्यक्ष बने. तीन साल बाद, बैंक के कारोबार में गड़बड़ी की शिकायत पर 2015 में तुलसीदास मेहता ने पद छोड़ दिया. इसके बाद आलोक मेहता के भतीजे संजीव कुमार चेयरमैन बने उस समय RBI ने बैंक का कारोबार बंद करवा दिया था. ED की इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है