हजारीबाग पुलिस ने साइबर ठगी से बचने के लिये लगायी पाठशाला

Rahul
By Rahul

सिटी पोस्ट लाइव
हजारीबाग ।
साइबर ठगी आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। जहां सात समंदर पार से बैठा कोई व्यक्ति आपकी गाढी कमाई को पल भर में उड़ा सकता है।सावधानी और जागरूकता से ही इसका बचाव हो सकता है। इसे देखते हुए हजारीबाग पुलिस इन दिनों स्कूल के विद्यार्थियों को साइबर ठगी से बचने को लेकर शिक्षा दे रहे हैं। विद्यालय में शिक्षा देने वाले शिक्षकों को तो सभी ने देखा होगा। आज आपको वर्दी वाले गुरुजी से मिलवाने जा रहे हैं।

जो छात्रों को साइबर ठगी से बचने के लिए शिक्षा दे रहे हैं। दरअसल साइबर ठगी आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती समाज के सामने आ रही है। छोटी सी गलती जीवन भर का पैसा उड़ा सकता है ।तो दूसरी ओर लापरवाही के कारण साइबर अरेस्ट भी कोई हो सकता है। आलम यह है कि साइबर ठग के चक्कर में लोग ऐसे फस जाते हैं कि उनकी जान भी चली जाती है। इसे देखते हुए हजारीबाग के एडिशनल एसपी छात्रों को साइबर ठगी के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

सबसे अधिक ठगी के शिकार बच्चे ही हो जाते हैं। जो अनवांटेड लिंक को खोलते हैं और खोलते ही साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं। कार्यक्रम अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की ओर से किया जा रहा है। पूरे देश भर में साइबर ठगी के खिलाफ इस पंचायत में मुहिम चला रखी है। प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक स्कूल के बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि वो भी जागरूक हो और अपने घर वालों को भी साइबर अपराध के प्रति जागरूक कर सके ’ हजारीबाग के सीएम उत्कृष्ट विद्यालय जिसे जिला स्कूल के नाम से भी जाना जाता है वहां के छात्रों ने कहा कि वैसे तो हर दिन स्कूल के शिक्षक पढ़ने के लिए पहुंचते हैं। पहली बार वर्दी वाले गुरुजी छात्रों को पढ़ रहे हैं।

यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्तमान समय में साइबर अपराध का दायरा बढ़ता जा रहा है। इस अपराध से हर एक व्यक्ति कैसे बचे। साइबर अपराध से बचने के लिए जागरुकता और सावधानी ही एकमात्र उपाय है ऐसे में अधिक से अधिक लोग इसके बारे में समझे यह बेहद जरूरी भी है। कार्यशाला में एडिशनल एसपी अमित कुमार ने छात्रों को साइबर ठगी से होने वाली परेशानी , ठगी से बचाव की जानकारी दी।बताया कि एक छोटी सी गलती आपके और आपके परिजन को मुसीबत में डाल सकती है ।

फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भेजे जाने वाला फ्रेंड रिक्वेस्ट, अनजान व्यक्ति को दिए गए हॉटस्पॉट भी आपको मुसीबत में डाल सकता है। बैंक या कभी भी सरकार की ओर से कोई भी योजना की जानकारी के बदले पैसे की मांग नहीं की आती है और फोन पर किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जाती है। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों से बातचीत की। उनके प्रश्न सुने और जवाब के माध्यम से उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास भी किया। उन्होंने छात्रा के प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि जामताड़ा में नियुक्त थे और और जामताड़ा में साइबर ठगी समाप्ति की ओर है। यह भी जानकारी दी कि जामताड़ा में बंद 90% बंदी साइबर ठगी से जुड़े हैं।

Share This Article