मठ की दीवार गिरने के बाद ‘प्रकट’ हुए शिव भगवान, 500 साल पुराना है मंदिर

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: पटना के सुल्तानगंज स्थित लक्ष्मणपुर मठ में 4 जनवरी की रात दीवार गिरने से एक प्राचीन मंदिर सामने आया। स्थानीय लोग इस मंदिर को लेकर दावा कर रहे हैं कि यह लगभग 500 साल पुराना हो सकता है, लेकिन इसके प्रमाण के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है। दीवार गिरने के बाद मंदिर का आंतरिक हिस्सा दिखाई दिया और फिर आसपास के लोग मंदिर के दर्शन करने के लिए एकत्र होने लगे। अब मंदिर में पूजा अर्चना और चढ़ावा चढ़ाए जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। बताया जा रहा है कि यह मंदिर 63 साल से दबंगों के कब्जे से अब आज़ाद हो गया है।

मठ की दीवार गिरने के बाद की स्थिति

सुल्तानगंज के त्रिपोलिया स्थित लक्ष्मणपुर मठ की दीवार गिरने से अचानक प्रकट हुआ शिव मंदिर लोगों के लिए एक चमत्कारी घटना बन गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दीवार को जानबूझकर गिराया गया था, हालांकि इस विषय पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। दीवार गिरने के बाद मंदिर का दर्शन करने आसपास के लोग तुरंत मंदिर में पहुंचने लगे और पूजा पाठ करने लगे। इसके बाद सोशल मीडिया पर मंदिर की तस्वीरें वायरल हो गईं, जिसके बाद हजारों लोग मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचने लगे।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर बहुत पुराना लगता है, और इसे जल्द ही पुनर्निर्मित किया जाएगा। उनका मानना है कि यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना है, लेकिन यह अब तक लोगों की नजरों से दूर था। अब जब मंदिर का पता चला है, तो स्थानीय लोग इसका सम्मान करने और इसका पुनर्निर्माण करने की बात कर रहे हैं।

मंदिर का इतिहास

स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार, यह मंदिर पहले लक्ष्मणपुर मठ के महंत की देखरेख में था। लेकिन 1962 में श्याम बिहारी सिंह नामक व्यक्ति ने पास की एक कट्ठा ज़मीन खरीदी और धीरे-धीरे मठ पर कब्जा कर लिया। इस कब्जे के बाद मठ के अंदर क्या था, यह स्थानीय लोग भी नहीं जान पाए। स्थिति ऐसी हो गई थी कि मठ के अंदर के धार्मिक स्थल के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। 2007 में स्थानीय लोगों ने धार्मिक न्यास बोर्ड में इसकी शिकायत की और 13 जनवरी को बोर्ड से फैसला आने की संभावना थी। लेकिन इससे पहले ही भगवान शिव के दर्शन हो गए और मठ की दीवार गिरने के साथ मंदिर प्रकट हुआ। 

स्थानीय लोग अब इस मंदिर के पुनर्निर्माण की योजना बना रहे हैं, और जल्द ही इसका समुचित विकास करने की बात की जा रही है। इस घटना ने न सिर्फ सुल्तानगंज बल्कि पूरे पटना जिले के लोगों को चौंका दिया है, क्योंकि यह एक प्राचीन मंदिर के प्रकट होने की अद्भुत घटना है।

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