साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण, जानें भारत में क्या होगा इसका असर

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण एक खास दिन पर होने जा रहा है, जो हिंदू धर्म के बड़े त्योहार होली के साथ मेल खा रहा है। इस समय के दौरान कई महत्वपूर्ण सवाल उठ रहे हैं, जैसे क्या यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसका सूतक काल लागू होगा, और क्या इसका होली पूजा पर कोई प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं इस ग्रहण से जुड़ी अहम जानकारी।

ग्रहण का महत्व और प्रभाव

हिंदू धर्म में ग्रहण को एक अशुभ समय माना जाता है, इस समय किसी भी शुभ कार्य को टाला जाता है। ग्रहण के दौरान मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और धार्मिक परिवारों में भोजन ग्रहण करने से बचा जाता है। इस समय देवी-देवताओं के मंत्रों का जाप करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम करने की मान्यता है।

2025 का पहला चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण 14 मार्च 2025, शुक्रवार को फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि पर होगा, जो होली के दिन पड़ता है। यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा, जो दुनिया भर में एक खगोलीय दृश्य प्रदान करेगा, लेकिन भारत में यह दृश्य नहीं दिखेगा।

भारत में ग्रहण का असर

भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका कोई सूतक काल नहीं होगा। इसके कारण, होलिका पूजा और दहन पर भी इसका कोई प्रभाव नहीं माना जाएगा। सूतक काल सिर्फ उन्हीं स्थानों पर लागू होगा, जहां ग्रहण देखा जाएगा, और वह भी ग्रहण के शुरू होने से 6 घंटे पहले।

दुनिया के अन्य हिस्सों में दिखाई देगा

यह ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया के कुछ हिस्सों, उत्तरी ध्रुव, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक महासागर और यूरोप में दिखाई देगा। इस अद्भुत खगोलीय घटना के साथ होली का जश्न और भी खास होने वाला है, लेकिन भारत में इसे लेकर कोई विशेष धार्मिक बदलाव नहीं होगा।

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