केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट जिले की सबसे बड़ी परियोजना, शीघ्र चालू होगी : DM

Rahul K
By Rahul K
  • जिलाधिकारी ने केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट और परसनपाह पंचायत सरकार भवन का किया निरीक्षण

सिटी पोस्ट लाइव

सिमरी। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने शनिवार को प्रखंड क्षेत्र स्थित परसनपाह पंचायत सरकार भवन और केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही सरकारी योजनाओं का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है। परसनपाह पंचायत सरकार भवन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, जिसमें बिजली की खपत को कम करने के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

इसके अलावा, बच्चों और समाज के विकास के लिए डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही, डाकघर, मनरेगा के तहत नक्षत्र वाटिका और रोज गार्डन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। यह पंचायत भवन जिले के अन्य पंचायत भवनों से एक मॉडल के रूप में तैयार होगा।

मुख्यमंत्री के आगमन पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा प्रदेश में चल रही है, लेकिन बक्सर जिले में मुख्यमंत्री के आगमन के संबंध में प्रशासनिक स्तर पर कोई जानकारी अभी तक नहीं आई है। जैसे ही जानकारी प्राप्त होगी, इसे मीडिया के माध्यम से साझा किया जाएगा।

केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट: जिले की सबसे बड़ी योजना

जिलाधिकारी ने केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान कहा कि अर्सैनिक पानी से मुक्ति के लिए लगातार काम किया जा रहा है और यह योजना लगभग शुद्ध पानी देने के लिए तैयार है। यह जिले की सबसे बड़ी योजना है और इसकी प्रगति अच्छी है। हालांकि, अभी और काम किया जाना बाकी है ताकि लोग जल्द शुद्ध पानी प्राप्त कर सकें।

पीएचडी के आंकड़ों के अनुसार 90 प्रतिशत कार्य पूरा

केशोपुर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से सिमरी, बक्सर, चक्की प्रखंड के 214 वार्डों के लिए शुद्ध पानी की आपूर्ति का लक्ष्य लगभग 36,000 घरों तक है। पीएचडी के अनुसार, लगभग 90 प्रतिशत घरों में शुद्ध पानी की पाइपलाइन और टोटी लगा दी गई हैं, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि केवल 40 प्रतिशत कार्य ही पूरा हुआ है।

प्रोजेक्ट मैनेजर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी

प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देने के बाद जब जिलाधिकारी ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर उमेश चंद्रा से कार्य की प्रगति के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट का लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और पहले ट्रायल के तहत पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। लेकिन जिलाधिकारी ने जैसे ही उनकी बातों पर ध्यान दिया, मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि केवल 40 प्रतिशत घरों में ही पानी की कनेक्शन की गई है और प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है। इसके बाद जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट मैनेजर को कड़ी फटकार लगाई।

इस मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार, डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिकांत शर्मा, अंचलाधिकारी भगवती शंकर पांडेय, थानाध्यक्ष कमल नयन पांडेय और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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