सिटी पोस्ट लाइव
रांची । सरकारी विद्यालयों के लिए जारी अवकाश तालिका 2025 में सुधार अथवा उर्दू विद्यालयों के लिए अलग से अवकाश तालिका जारी करने की मांग को लेकर झारखंड छात्र संघ ने मुख्यमंत्री को एक मांग पत्र सौंपा है। सीएम के अलावा शिक्षा मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, मंत्री उच्च शिक्षा, शिक्षा सचिव और निदेशक प्राथमिक शिक्षा के नाम भी मांग पत्र दिया गया है। छात्र संघ के अध्यक्ष एस अली ने बताया कि शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों की अवकाश तालिका जारी की है। जिसमें कुल अवकाश 60 है, किंतु उर्दू विद्यालयो के लिए 53 ही अवकाश रखे गये है।
अवकाश तालिका में मुहर्रम, शबे बरात, प्रथम रमजान की छुट्टी का उल्लेख नहीं
त्योहारों की छुट्टी में काफी त्रुटि और भिन्नता है। अवकाश तालिका में मुहर्रम, शबे बरात, प्रथम रमजान की छुट्टी का उल्लेख ही नहीं है। वहीं ईद और बकरीद जैसे महत्वपूर्ण त्योहार की छुट्टी मात्र एक दिन दी गयी है, जबकि सामान्य विद्यालयों में पर्व/ त्यौहारों की अधिक दिन छुट्टी रखी गयी है। कई ऐसे त्योहार हैं जो शुक्रवार को पड़ रहे हैं, उसे भी छुट्टी में जोड़ दिया गया, जबकि रविवार को पड़ने वाले त्योहारों को छुट्टी से अलग रखा गया है। शिक्षा विभाग की नीति के कारण उर्दू स्कूलों में कुल छुट्टी 60 की जगह 53 दी गयी है, जो समानता के अधिकार का उल्लंघन और नियम विरुद्ध है।
अवकाश तालिका में संशोधन कर मुस्लिम समुदाय के त्यौहारों की छुट्टी बढ़ाई जाये
एस अली ने सरकार व संबंधित अधिकारियों से मांग की कि वर्ष 2025 के लिए जारी अवकाश तालिका में संशोधन कर मुस्लिम समुदाय के त्यौहारों की छुट्टी बढ़ाई जाये या फिर अलग से उर्दू के लिए अवकाश तालिका जारी की जाये। पूर्व में जिलों द्वारा सामान्य एवं उर्दू विद्यालय के लिए अवकाश तालिका अलग अलग जारी की जाती थी, ताकि उर्दू स्कूलों में पढ़ने वाले मुस्लिम बच्चे भी अपने त्यौहार की खुशियां मना सके।