प्रशांत किशोर को जेडीयू की चेतावनी, आएंगे, तो पीटाएंगे ही

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा चलाए जा रहे सत्याग्रह पर जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तीखा पलटवार किया है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल अभ्यर्थियों को उकसा रहे हैं, जिससे उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। 

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण छात्रों के भविष्य के साथ खेला जा रहा है। आज बीपीएससी की परीक्षा में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का बेटा टॉप कर रहा है, जो यह दिखाता है कि मेहनत और योग्यता का सही सम्मान हो रहा है।” उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की कि वे राजनीति के प्रभाव में न आएं और अगर उनके पास किसी प्रकार का सबूत हो, तो वे आर्थिक अपराध इकाई (EOU) में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। 

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों को भड़काया और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव सिर्फ नौकरी का श्रेय लेना चाहते हैं। इस बार बीपीएससी परीक्षा में सबसे ज्यादा वैकेंसी हैं, और बापू परीक्षा केंद्र को छोड़कर सभी अन्य केंद्रों पर शांतिपूर्वक परीक्षा आयोजित की गई।” 

उन्होंने बताया कि आयोग ने 4 जनवरी को बापू परीक्षा केंद्र का री-एग्जाम आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसका एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है। इस विषय में शिकायतें दर्ज करने के लिए ईओयू ने एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है। नीरज कुमार ने आगे कहा कि इस धरने में नेता भी शामिल होकर अभ्यर्थियों को भड़काने का काम कर रहे हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की कि वे सीधे ईओयू से संपर्क कर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं। 

प्रशांत किशोर को लेकर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि “पीके को दस मिनट में ठंडा लग गया।” उन्होंने कहा कि पीके को ईओयू के सामने सारे साक्ष्य प्रस्तुत करने चाहिए, ताकि अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके, बिना वज़ह अभ्यर्थियों को भड़काने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि, “अगर कार्यालय के अबैध क्षेत्र में आएंगे तो पुलिस अपना काम करेगी, वो पीटाएंगे ही।” शिक्षकों की नाराजगी पर नीरज कुमार ने कहा, “बिना मतलब का शिक्षक नाराज है। शिक्षकों को चाहिए कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें, न कि बेवजह राजनीति में हस्तक्षेप करें।”

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