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बेगूसराय: केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने बिहार के सीएम और उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री के लिए भारत रत्न की मांग करने के बाद, एक और बयान देकर राजनीतिक हलचल मचा दी। गिरिराज सिंह ने कहा, “लालू यादव मूर्ख हैं और उन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ रत्न का पुरस्कार मिलना चाहिए।” केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि लालू यादव को उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और चारा घोटाले के लिए राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए। गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि लालू को संयुक्त राष्ट्र संघ रत्न से नवाजा जाना चाहिए।
सांसद गिरिराज सिंह ने लालू यादव की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें “मूर्ख नेता” करार दिया। यह बयान उन राजनीतिक विवादों के बीच आया, जब गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री और उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री के लिए भारत रत्न की मांग की थी, जिस पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी और कहा था कि कई और भी लोग हैं जो भारत रत्न के योग्य हैं।
वहीं पटना में बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर विपक्ष द्वारा बीजेपी पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “देश और बिहार में यह चर्चा हो रही है कि बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर राजनीति की जा रही है, लेकिन जब बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया, तो वही सरकार सत्ता में थी, जो आज विपक्ष में बैठी है।”
मंत्री ने आगे कहा, “मदर टेरेसा और पंडित नेहरू को भारत रत्न दिया गया, लेकिन बाबा साहब अंबेडकर को कभी सम्मान नहीं दिया गया। और अब वही लोग बाबा साहब के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं ने इमरजेंसी जैसे काले कानून को लागू किया था, जबकि इंदिरा गांधी सरकार हार चुकी थी। जनक राम ने राहुल गांधी पर भी हमला बोलते हुए कहा, “जो लोग संविधान का हवाला देते हैं, उनके परिवार के लोग संविधान को तार-तार करने में शामिल थे। राहुल गांधी को यह सवाल अपने परिवार से पूछना चाहिए कि संविधान का अपमान किसने किया था।”
मंत्री ने कहा, “अगर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को देश में सम्मान देने का काम किसी ने किया है, तो वह नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया है।” उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष केवल बाबा साहब के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा कर दलितों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन यह सपना कभी पूरा नहीं होगा, क्योंकि बाबा साहब के अनुयायी और देश के लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे।”
जनक राम का यह बयान विपक्ष के खिलाफ तीखा हमला माना जा रहा है, जो लगातार बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार पर बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को नजरअंदाज करने का आरोप लगा रहे हैं।