पटना: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सौवीं जयंती को अटल विचार परिषद द्वारा एक ऐतिहासिक और भावुक श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जा रहा है। गांधी मैदान और बापू सभागार में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें उनके जीवन और योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
गांधी मैदान में 20,000 स्क्वायर फीट में अटल बिहारी वाजपेई की सबसे बड़ी पोर्ट्रेट बनाई जा रही है, जो न केवल ऐतिहासिक महत्व रखेगी, बल्कि यह एक अद्वितीय विश्व कीर्तिमान भी बनेगी। यह पोर्ट्रेट बेकार वस्तुओं से बनाई जा रही है, और कलाकारों की मेहनत और समर्पण को देखकर मन अभिभूत हो उठता है। यह केवल एक कला का कार्य नहीं है, बल्कि अटल जी के प्रति सम्मान और उनके विचारों की शक्ति का प्रतीक है।
अटल विचार परिषद के संयोजक रजनीश कुमार ने भावुक होते हुए कहा, “हमारे प्यारे अटल जी की सौवीं जयंती पर यह श्रद्धांजलि हमारे दिलों की गहरी भावनाओं का प्रतीक है। अटल जी का जीवन न केवल एक महान नेता के रूप में था, बल्कि उन्होंने अपने विचारों और कार्यों से हमें यह सिखाया कि किस तरह एक दृढ़ नायक देश को न सिर्फ राजनीति, बल्कि दिलों में भी अपनी छाप छोड़ सकता है। उनके बिना हम कभी भी अपने देश के विकास की कल्पना नहीं कर सकते थे। उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए हम सब एकजुट होकर उनके विचारों और कार्यों को नमन करते हैं।”
गांधी मैदान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में वाजपेई जी की नीतियों और दृष्टिकोण को संजीवनी रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। उनका नेतृत्व, उनका विचार और उनकी दूरदर्शिता हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी, और यही संकल्प इस ऐतिहासिक अवसर पर लिया जाएगा।