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पटना: बिहार में शिक्षकों और यहां तक कि प्रधानाध्यापकों द्वारा फर्जी अटेंडेंस बनाने का एक बड़ा खुलासा हुआ है। यह पता चला है कि शिक्षक ही नहीं, बल्कि प्रधानाध्यापक भी स्कूलों में एक महीने से नहीं आ रहे थे, लेकिन उनके अटेंडेंस बन रहे थे और वेतन मिल रहा था। शिक्षा विभाग को इस फर्जीवाड़े के पूरे सबूत मिल गए हैं, जिसके बाद विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
ई-शिक्षकोष पर खुलेआम फर्जी अटेंडेंस बनाई जा रही थी और यह पूरी बिहार में चल रहा था। इस मामले में प्रमुख आरोपी अवधेश कुमार नामक शिक्षक हैं, जो शिव के निवासी तथा पकड़ी स्कूल में पदस्थापित हैं। उनका यू-डाइस कोड 100322030001 है। पिछले एक महीने से वह इस स्कूल के प्रधानाध्यापक भी हैं और फर्जी तरीके से अटेंडेंस में छेड़छाड़ कर रहे थे, जबकि वह स्कूल में नहीं आ रहे थे और उनका वेतन जारी था।
जब यह मामला अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग के सामने आया, तो उन्होंने मामले की जांच कराई। जांच में यह पाया गया कि जिस दिन जांच की गई, उस दिन भी उनके अटेंडेंस बनाए गए थे, जबकि वह स्कूल से गायब थे। यह भी पता चला कि वह पिछले एक महीने से स्कूल नहीं आ रहे थे, लेकिन हर दिन उनकी अटेंडेंस बन रही थी।
इसके बाद, उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। कई अधिकारियों को भी नोटिस जारी किया गया है।