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पटना: बिहार सरकार ने अपराध और कानून व्यवस्था के खिलाफ प्रभावी कदम उठाते हुए विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। अक्टूबर 2024 तक भारी मात्रा में मादक पदार्थों की बरामदगी और अवैध अफीम के 2,525 एकड़ फसल को नष्ट किया गया है। इसके साथ ही जाली भारतीय नोटों की बरामदगी 52 लाख 77 हजार 800 से अधिक हुई है।
परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े
परीक्षा भर्ती से संबंधित अपराधों में भी बड़ी कार्रवाई हुई है, जहाँ अब तक शिक्षक भर्ती परीक्षा के 285 अभियुक्त, नीट एग्जाम में 15, सिपाही भर्ती परीक्षा में 14, 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र आउट मामले में 18, और सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी की परीक्षा में फर्जीवाड़े के 36 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
वहीं अब तक 162,803 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है, जिनमें विभिन्न अपराधों के मामलों में लाखों की संख्या में आरोपी शामिल हैं। भूमि विवाद से संबंधित हत्याओं में 2023 में 60% से घटकर यह आंकड़ा 46.69% रह गया है, जो एक राहत की खबर है।
आपातकालीन सेवा में बढ़ोतरी
112 आपातकालीन सेवा को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है, और बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में जेल रेडियो की शुरूआत और हाईवे पेट्रोलिंग के लिए 61 वाहन लगाए गए हैं। बिहार अब पहला राज्य बना है, जिसने एक साथ 541 सहायक अधिकारियों का वेतन पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया है।
शहीद सैनिकों के परिजनों को सहायता
शहीद सैनिकों के माता-पिता को दी जाने वाली आर्थिक सहायता अब एक लाख से बढ़कर 2 लाख कर दी गई है, जिससे उनके परिवार को समर्थन मिलेगा। अग्निशमन के क्षेत्र में 2300 पदों पर सीधी भर्ती की गई है, और इस वर्ष 284 ऑपरेटरों को थानों में नियुक्त किया गया है।
बिहार के नागरिकों के लिए यह समय एक नई आशा का है, जहां सरकार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में सरकार की नीतियों से राज्य में एक सुरक्षित और सशक्त समाज का निर्माण होगा।