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पटना: बापू परीक्षा परिसर, पटना में 13 दिसंबर 2024 को आयोजित परीक्षा में कुछ कारणों से रद्द हो गई थी, लेकिन अब अभ्यर्थियों के हित में आयोग ने इसे फिर से आयोजित करने का निर्णय लिया है। पुनर्परीक्षा की तिथि 4 जनवरी 2025 यानी शनिवार को निर्धारित की गई है। यह पुनर्परीक्षा केवल बापू परीक्षा परिसर अभ्यर्थियों के लिए निर्धारित किया गया है.
इस परीक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी आयोग की वेबसाइट पर जल्द ही प्रकाशित की जाएगी। परीक्षा की तैयारी में लगे उम्मीदवारों के लिए यह एक महत्वपूर्ण सूचना है, और आयोग ने सुनिश्चित किया है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी और उम्मीदवारों के लिए सुविधाजनक हो।
बता दें गर्दनीबाग में आयोजित कार्यक्रम में बीपीएससी के अभ्यर्थी बड़ी संख्या में पहुंचे थे। उनका मुख्य आरोप था कि प्रश्नपत्र लीक हो चुका और इसी कारण पूरे बिहार में परीक्षा रद्द होनी चाहिए। पहले ही बापू सभागार में हुई परीक्षा को हंगामे और गड़बड़ी के कारण रद्द किया जा चुका था, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना था कि यह पूरी परीक्षा व्यवस्था ही संदेह के घेरे में है और अब पूरे राज्य में परीक्षा को रद्द किया जाए।
बता दें बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा के दौरान बापू परीक्षा केंद्र पर हुए हंगामे के बाद इस केंद्र की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद कैंडिडेट्स की मांग अब और भी तेज हो गई थी। अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से री-एग्जाम की मांग कर रहे थे।
इतना ही नहीं इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर #BPSCReExamForAll ट्रेंड हो रहा था। कई कैंडिडेट्स ने पोस्ट किए थे, जिनमें अपनी नाराजगी और मांगें रखी थी। इस हैशटैग को समर्थन करते हुए, सोनू नामक एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने कहा, “मैं बहुत ज्यादा आहत हूं, आत्महत्या कर लूंगा। इसकी जिम्मेदारी बीपीएससी अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार की होगी।”अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर खुले तौर पर अपनी मांगें रख रहे थे कि,“एक ही नारा, एक ही मांग… सभी सेंटर्स पर हो री-एग्जाम!”
13 दिसंबर को बीपीएससी की पीटी परीक्षा के दौरान बापू परीक्षा परिसर में पेपर लीक के आरोप में कैंडिडेट्स ने हंगामा किया था। पेपर देर से मिलने पर अभ्यर्थी नाराज थे और उनका आरोप था कि परीक्षा के दौरान गड़बड़ियां हुईं। बीपीएससी के अध्यक्ष ने इस पर स्पष्ट किया कि “पेपर लीक नहीं हुआ था। हंगामा करने वाले कुछ उपद्रवी लोग पहले से तैयार थे और उन्होंने जानबूझकर परीक्षा को रोकने का प्रयास किया।”
पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर राम इकबाल सिंह को हार्ट अटैक आया था, जब कुछ अभ्यर्थियों ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। अधिकारियों ने राम इकबाल सिंह की मौत के लिए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई देरी को जिम्मेदार ठहराया, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल ले जाने में समय लग गया।